मेरठ, 18 नवंबर। जिस प्रकार से योग सुबह शाम की सैर और प्राकृतिक चिकित्सा के प्रति हमारा रूझान बढ़ रहा है उससे लगता है कि थोड़ी सी जागरूकता आयुर्वेद होम्योपैथी व यूनानी पद्धति प्राकृतिक चिकित्सा की ओर ध्यान दिया जाए तो हर बीमारी का स्थायी समाधान हो सकता है। क्योंकि ऐलोपैथी का जितना फायदा होता है उससे कई मामलों में नुकसान भी होता है। इसलिए हम स्वास्थ्य समस्याओं के निस्तारण के लिए एलोपैथी के साथ ही आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा पर ध्यान दे तो हमारा जीवन बीमारियों से मुक्त नहीं तो थोड़ा सुधार जरूर होगा। कुछ ना से तो कुछ मिलना ही बहुत है। कहते भी हैं कि डूबते को तिनका का सहारा। हमें स्वस्थ रखने के लिए प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति काफी लाभदायक हो सकती है।
क्योंकि हमारी सरकार भी इस तरफ ध्यान दे रही है। शहरों में आयुर्वेद पद्धति के मेडिकल कॉलेज होम्यौपैथ और यूनानी डॉक्टरों की संख्या में बढ़ोत्तरी और प्राकृतिक चिकित्सा को बढ़ावा देने और आयुर्वेद कॉलेजों में मरीजों के लिए बेड की व्यवस्था।
आज प्राकृतिक चिकित्सा दिवस के उपलक्ष्य में मैं सिर्फ इतना ही कह सकता हूं कि पहले तो सरकार आयुर्वेद होम्योपैथी व यूनानी पद्धति प्राकृतिक चिकित्सा पद्धतियों के जो चिकित्सक है उनकी कार्य प्रणाली में सुधार कराएं। यह समय से मरीजों को देख रहे हैं या नहीं इसके लिए छापामारी सरकारी क्लीनिकों में की जानी चाहिए। यह भी देखा जाना चाहिए कि जो बजट सुविधाएं सरकार इन्हें दे रही है उसका लाभ जनता तक पहुंचा रहे हैं या नहीं। युवाओं को इस पद्धति की चिकित्सा के प्रति आकर्षित किया जाए और उन्हें जरूरी सुविधाएं देकर शहरों के साथ देहात और आदिवासी क्षेत्रों में जाकर वहां अपनी सेवाएं देने के लिए तैयार किया जाए। इस विशेष दिवस पर मैं आयुर्वेद होम्योपैथी व यूनानी पद्धति प्राकृतिक चिकित्सा के चिकित्सकों को बधाई व शुभकामनाएं देते हुए यह आग्रह करता हूं कि वो इतनी मेहनत करें कि आम आदमी का विश्वास उनके प्रति बढ़ता ही जाए। सरकार भी उन्हें एलोपैथिक चिकित्सा की भाति सुविधाएं देने को मजबूर हों। लेकिन शर्त यही है कि वो नागरिकों में अपनी पद्धति के प्रति विश्वसनीयता पैदा करें।
प्रस्तुति: अंकित बिश्नोई
संपादक, पत्रकार, मजीठियां बोर्ड यूपी के पूर्व सदस्य सोशल मीडिया एसोसिएशन एसएमए के राष्ट्रीय महामंत्री
आयुर्वेद होम्योपैथी व यूनानी पद्धति प्राकृतिक चिकित्सक आम आदमी में पैदा करें विश्वास
Share.