मवाना, 02 दिसंबर (प्र)। हस्तिनापुर में प्रसिद्ध दिगंबर जैन मंदिर और अष्टापद मंदिर के प्रबंधक पर एससी-एसटी एक्ट सहित विभिन्न धाराओं में पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज हुआ है। थाने से लेकर एसएसपी तक गुहार लगाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होने पर पीड़िता ने कोर्ट की शरण ली थी। कोर्ट ने मामले में संज्ञान लेते हुए हस्तिनापुर पुलिस को मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया।
हस्तिनापुर के मखदुमपुर कॉलोनी निवासी दलित विधवा महिला दिगंबर जैन मंदिर में नौकरी करती थी। उसने बताया कि मंदिर के प्रबंधक तेजपाल (60) ने खुद को अविवाहित बताते हुए धोखे में रखकर शादी कर ली थी।
कुछ समय पश्चात उसको तेजपाल के शादीशुदा होने का पता चला तो उसके पैरों तले की जमीन खिसक गई। उसने जब तेजपाल से इसके बारे में पूछा तो उसने अपना मुंह बंद रखने के लिए अनेक प्रलोभन दिए, लेकिन उसने सभी को ठुकरा दिया। इसके पश्चात तेजपाल ने अपने रिश्तेदार और अन्य से महिला पर जानलेवा हमला कराया तो उसके सिर में कई टांके आए।
उसने थाने में तहरीर दी, लेकिन कोई कार्रवाई ना होने पर महिला ने सीओ मवाना और मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की। मेरठ एसएसपी रोहित सिंह सजवान के ऑफिस में तीन बार अर्जी दी। तीनों बार पीड़िता अपना प्रार्थना पत्र और एसएसपी ऑफिस से मिली पीली पर्ची को लेकर भटकती रही, लेकिन हस्तिनापुर पुलिस एसएसपी के आदेश भी नहीं मानते हुए रसूखदार आरोपी के सामने पुलिस नतमस्तक हो गई और कोई करवाई नहीं की उल्टा हस्तिनापुर पुलिस ने आनन-फानन में पीड़ित महिला के ऊपर ही मुकदमा दर्ज कर लिया।