गाजियाबाद 04 दिसंबर। वाहन चलाते समय चालक के पलक झपकने और निगाहें इधर-उधर फेरने भर से हादसा हो जाता है।
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे स्थित हवा-हवाई रेस्टोरेंट के पास पहुंचने पर अक्सर वाहन चालक की नजर हवाई जहाज पर चली जाती है और वाहन का संतुलन बिगड़ने पर हादसा हो जाता है। पिछले एक साल में इसके पास हुए 10 हादसों में सात लोगों की मौत हो चुकी है और 25 से अधिक लोग घायल हो चुके हैं।इन हादसों को रोकने के लिए एनएचएआइ ने निर्णय लिया है कि इस रेस्टोरेंट के आसपास 600 मीटर लंबे मार्ग पर दोनों तरफ चार फीट ऊंची दीवार बनाई जाएगी। सर्वे के बाद प्रस्ताव बनाकर भेज दिया है।
एक वर्ष में 10 हादसों में सात लोगों की मौत और 25 हुए घायल
13 जुलाई को रामबीर की मौत हो गई और मोहित घायल हो गया।
दो नवंबर को हवाई जहाज देखने के लिए रुकी कार में पीछे से दूसरी कार ने टक्कर मार दी। पांच लोग घायल हो गए।
18 अगस्त को मुजफ्फरनगर के रहने वाले विकास मलिक अपनी मां मुकेश देवी के साथ बाइक से नोएडा जा रहे थे। हवा हवाई रेस्टोरेंट देखने के चक्कर में उनकी बाइक आगे चल रहे वाहन से टकरा गई। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई थी।
24 अगस्त को हवाई जहाज देखने की चक्कर में ध्यान भटकने पर ही छह कारें आगे पीछे एक दूसरे से भिड़ गई थीं। इसमें 12 लोग घायल हुए थे। वाहनों में काफी नुकसान हो गया।
14 सितंबर को हवा-हवाई रेस्टोरेंट के पास यूपी रोडवेज की बस लहराते हुए 20 फुट गहरी खाई में गिर गई। इसमें 23 से ज्यादा सवारियां भी सवार थीं। एक महिला की मौत हो गई।
नौ नवंबर को हवाई जहाज देखने के चक्कर में ध्यान भटकने पर विपिन निवासी जाहिदपुर, थाना सरूरपुर, मेरठ की मौत हो गई थी। वह स्कूटी से अपनी बहन की शादी का दोस्तों को कार्ड देने जा रहा था।
30 नवंबर को हुए हादसे में राहुल और शिवनंदन की मौत हो गई। सागर घायल हो गया।
हवा हवाई रेस्टोरेंट को देखने के चक्कर में आए दिन सड़क हादसों में लोगों की जान जा रही है। इस रेस्टोरेंट के साथ ही खड़े हुए हवाई जहाज को ढकने के लिए दोनों तरफ चार फीट ऊंची दीवार बनाने का निर्णय लिया गया है। सर्वे के बाद तैयार किए गए प्रस्ताव को मंजूरी के लिए केंद्रीय मंत्रालय को भेजा है। अनुमति मिलते ही काम शुरू कर दिया जाएगा।