गाज़ियाबाद 14 दिसंबर। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद का रहने वाला लक्ष्य तंवर एक कॉलोनी में दुकान लगाकर लोगों के कपड़े प्रेस करता था। इस दौरान वह लोगों को पैसे कमाकर जल्दी अमीर बनने के तरीके बताने लगा। इसके बाद उसने ठगी का ऐसा जाल बुना कि पांच साल के भीतर लोग तो अमीर नहीं बने, लेकिन वह जरूर 400 करोड़ की संपत्ति का मालिक बन गया। पांच सालों में लक्ष्य तंवर ने मेरठ, कानपुर समेत यूपी के अलग-अलग जिलों में करोड़ों रुपये की बेनामी संपत्ति बना ली। इस ठगी के धंधे में यूपी के कई बैंकों के शाखा प्रबंधकों ने उसका भरपूर साथ दिया। कपड़े प्रेस करने वाले गैंगस्टर बने लक्ष्य तंवर और उसके साथियों पर गाजियाबाद, कानपुर, मेरठ में ईओडब्ल्यू यानी आर्थिक अपराध शाखा और सीबीआई ने लगभग 48 मुकदमे दर्ज कराए हैं। इनमें से 33 मामलों की जांच एसआईटी कर रही है।
कपड़े प्रेस करने वाले लोन माफिया घोषित हुआ लक्ष्य तंवर फिलहाल डासना जेल में बंद है। उस पर 400 करोड़ के फर्जी लोन कराने और लोगों से धोखाधड़ी कर ठगी करने के आरोप हैं। लक्ष्य तंवर ने ठगी का ऐसा नायाब तरीका निकाला। जिसे जानकर हर किसी को हैरानी हो रही है। इसी के बदौलत उसने प्रदेश के विभिन्न जिलों में 400 करोड़ का साम्राज्य खड़ा कर दिया। पांच सालों में उसने अपने गुर्गों के साथ मिलकर गाजियाबाद सहित प्रदेश के कई शहरों में बेनामी संपत्तियां खरीदीं। भोले भाले लोगों को बैंक से लोन दिलाने का काम करने वाले लक्ष्य तंवर का बैंक अधिकारियों ने भी साथ निभाया।
पांच साल पहले तक कॉलोनी के लोगों के कपड़े प्रेस करने वाले लक्ष्य तंवर ने लोगों को बैंकों से लोन दिलाने का काम शुरू किया। इसमें बैंक अधिकारियों ने उसका सपोर्ट किया। इस दौरान उसने पंजाब नेशनल बैंक की गाजियाबाद और आगरा स्थित कई शाखाओं के प्रबंधकों के साथ मिलकर दूसरे लोगों की संपत्तियों की दस गुना कीमत पर लोन पास कराता था। इसके लोन लाभार्थी को संपत्ति की सही कीमत की रकम देकर बाकी अपने पास रख लेता था। उसने व्यापार के नाम पर भी करोड़ों रुपये के फर्जीवाड़ा किया। इस मामले में सीबीआई ने उसके खिलाफ दो मुकदमे दर्ज किए।
आरोपी लक्ष्य तंवर पर कार्रवाई करते हुए डीसीपी कुंवर ज्ञानंजय सिंह ने बताया कि गाजियाबाद के पुराना आर्य नगर क्षेत्र में इस कुर्की की कार्रवाई को अंजाम दिया गया. पूर्व में भी उसकी 65 करोड़ों कीमत की संपत्ति कुर्क की गई है।