गुड़गांव 02 जनवरी। डीएलएफ फेज-3 एरिया के एस ब्लॉक में महिला की तेजधार हथियार से वारकर हत्या कर दी गई। बंद मकान में कई घंटे तक रोने की आवाज आने पर गार्ड ने सूचना पुलिस को दी। पुलिस ताला तोड़कर अंदर दाखिल हुई तो महिला के शव के पास डेढ़ साल का बच्चा रो रहा था। जांच में पता चला कि मृतका 23 साल की लक्ष्मी रावत का पति गौरव शर्मा फरार है। उसी पर हत्या का शक जताकर पुलिस ने जांच शुरू की। इसी दौरान सोमवार सुबह पता चला कि गौरव ने भी यूपी गाजियाबाद के कौशाम्बी मेट्रो स्टेशन से कूदकर आत्महत्या कर ली है। डीएलएफ फेज-3 थाना पुलिस अब मृतका के परिवार के आने का इंतजार कर रही है।
ये मामला रविवार रात को सामने आया। डीएलएफ फेज-3 के एस ब्लॉक में मकान नंबर 31/15 की पहली मंजिल से बच्चे की काफी देर से रोने की आवाज आ रही थी। मकान पर बाहर ताला लगा था। रेजिडेंट्स ने गार्ड से कहा तो गार्ड ने पुलिस को सूचना दी। डीएलएफ फेज-3 थाना अंतर्गत नाथूपुर चौकी से पुलिस टीम यहां पहुंची और ताला तोड़कर अंदर दाखिल हुई तो कमरे में महिला का लहूलुहान शव पड़ा था। शव के पास ही डेढ़ साल का मासूम रो रहा था। पुलिस टीम ने बच्चे को संभाला और मृतका की पहचान 23 साल की लक्ष्मी रावत के तौर पर हुई। जांच में पता चला कि महिला का पति गौरव शर्मा भी यहां रहता था और वह अब फरार है।
दंपती करीब 6 महीने से अपने बच्चे के साथ यहां रह रहे थे। फरेंसिक टीम को मौके पर बुलाया गया। मृतका का मोबाइल मकान में बने टॉइलट में फ्लश किया गया था। जिसे पुलिस टीम ने अपने कब्जे में ले लिया है। पुलिस ने मृतका के परिवार को यूपी आगरा में वारदात की सूचना दी। जिसके बाद महिला के पति गौरव शर्मा की तलाश शुरू हुई, लेकिन सोमवार सुबह गाजियाबाद पुलिस से सूचना मिली कि गौरव शर्मा ने कौशाम्बी मेट्रो स्टेशन से कूदकर आत्महत्या कर ली है।
बीटेक करने के बाद आगरा,यूपी निवासी गौरव शर्मा गुड़गांव की एक निजी आईटी कंपनी में नौकरी करने लगा। करीब 6 महीने पहले वह पत्नी लक्ष्मी व बच्चे के साथ डीएलएफ फेज-3 के एस ब्लॉक में रहने आया। आगरा में गौरव और लक्ष्मी के परिवार भी इससे काफी खुश थे, लेकिन कुछ दिन से गौरव को लगी नशे की लत ने पूरे परिवार को खत्म कर दिया।