नई दिल्ली 02 जनवरी। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने नकली नोट के साथ तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से 50 लाख के नकली नोट भी बरामद हुए हैं। पुलिस के अनुसार, पिछले 5 साल में इन तीन आरोपियों ने 5 करोड़ रुपए के नकली नोट बाजार में चलाए हैं। पकड़ में आए आरोपियों की पहचान आसिफ अली, दानिश अली और सरताज खान के रूप में हुई है। सभी आरोपी बदायूं के रहने वाले हैं।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को कुछ दिन पहले इनपुट मिला था कि आसिफ नाम का युवक जाली नोट बाजार में धड़ल्ले से बेच रहा है। पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला कि उसने उत्तर प्रदेश के बदायूं में बाकायदा एक सेटअप बना रखा है, जहां पर नकली नोट छापे जाते हैं। इसके बाद देश के नकली नोट के कारोबारियों को बेच देता है। रविवार को दिल्ली पुलिस को जानकारी मिली कि आसिफ बड़ी मात्रा में नकली नोट के साथ अक्षरधाम मेट्रो स्टेशन के पास आने वाला है।
जानकारी मिलने पर दिल्ली पुलिस ने अक्षरधाम मेट्रो स्टेशन के पास ट्रैप घेराबंदी कर दी। रविवार देर रात तकरीबन 10 बजे के आसपास पुलिस ने आसिफ को पकड़ लिया। उसके साथ-साथ दो अन्य साथी दानिश और सरताज को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
इसके बाद जब पुलिस ने आसिफ की टीयूवी गाड़ी की जांच की तो उसमें से पांच-पांच सौ के 50 लाख के नकली नोट बरामद हुआ है। सोमवार को पुलिस ने तीनों को कोर्ट में पेश किया, जहां से तीनों को 4 दिन की रिमांड पर भेज दिया गया। डिमांड के दौरान दिल्ली पुलिस इन तीनों को लेकर बदायूं उनके ठिकाने पर गई तो वहां उसे नकली नोट छापने का पूरा सेट मिला, जिसमें लैपटॉप, प्रिंटर, स्याही और पेपर शामिल थे।
दिल्ली पुलिस उस वक्त हैरत में पड़ गई जब उन्हें पता चला कि यह पिछले 5 सालों से ये लोग नकली नोट का धंधा कर रहे हैं। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने पिछले 5 साल में 5 करोड़ के जाली नोट बनाए और उन्हें अलग-अलग बाजारों में तस्करों को बेच दिया।
तीनों आरोपियों में से एक दानिश यूनानी पद्धति से मेडिकल की पढ़ाई कर रहा है. जबकि, तीसरे आरोपी सरताज को कंप्यूटर को अच्छी जानकारी है।