मेरठ 14 फरवरी (प्र)। बिजली बंबा बाइपास और दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे के साथ नई टाउन शिप विकसित करने लिए 10 गांवों की भूमि अधिग्रहीत करने की तैयारी जोरों पर है। तीन ओर से यह टाउन शिप चौडे मार्गों से घिरी होगी इस लिए इसका महत्व बढ़ गया है। 595 हेक्टेयर भूमि को अधिग्रहीत करने के लिए धारा 28 की कार्रवाई जल्द हो सकती है।
इस योजना के तहत जिन गांवों का अधिग्रहण किया जाएगा उनमें से तीन जु्र्रानपुर, बाजोट और ढिकोली शहरी क्षेत्र में आ रहे हैं और शेष ग्रामीण क्षेत्र में हैं। अधिकारियों ने पिछले तीन माह किसानों से कई दौर की वार्ता कर चुके हैं। 70 प्रतिशत किसानों ने लैंडपुलिंग के आधार पर भुमि दिए जाने पर सहमति जताई है। जिसके आधार पर उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद अधिनियम की धारा 28 के तहत नोटिस जारी करने की तैयारी की जा रही है।
इस योजना का प्रस्ताव नवंबर 2023 में मुख्यालय भेजा गया था। उस समय पूरे क्षेत्र की गुगल के माध्यम से सर्वे किया गया था। उसी रिपोर्ट भी संलग्न की गई थी। अब जबकि प्राइम लोकेशन पर टाउनशिप विकसित करने योजना परवान चढ़ रही है कई लोगों ने निर्माण कार्य की गतिविधियां तेज कर दी हैं। अधिकारियों का कहना है कि प्रस्ताव की तिथि जो कि नवंबर 2023 है के बाद जो भी निर्माण हैं वह हटाए जाएंगे।
एक्सप्रेस-वे के साथ बनेगी 24 मीटर चौड़ी रोड
योजना का बड़ा भाग एक्सप्रेस-वे और मेरठ हापुड़ नेशनल हाईवे के साथ साथ विकसित होगा। योजना को एक्सप्रेस वे से जोड़ने के लिए उसके समानांतर 24 मीटर चौड़ी रोड बनाई जाएगी। जो एक्सप्रेस-वे के प्रवेश प्वाइंट तक जाएगी। यह लगभग एक किलोमीटर लंबी होगी जिससे शहरवासी आराम से एक्सप्रेस-वे पर पहुंच जाएंगे। अधीक्षण अभियंता राजीव कुमार ने बताया कि शहरवासियों के आवासीय जरूरत को पूरा करने के लिए यह योजना महत्वपूर्ण साबित होगी। इसमें अधिगृहीत गांवों का भी विकास किया जाएगा।
इन गांवों की भूमि पर बनेगी टाउनशिप
गांव का नाम भूमि हेक्टेयर में ततीना सानी 28शाकरपुर 12 सलेमपुर 132.8 चंदसारा 33 ढिकोली 23 बाजोट 13.8 जुर्रानपुर 80 नरहाड़ा 209.4 बुढेरा जाहिदपुर 59.6 गगोल 2.9