मेरठ 23 सितंबर (प्र)। सरधना कस्बे में वेलस्पन कपड़ा कंपनी के नाम से बेडशीट बनाने का काम धड़ल्ले से चल रहा है। सोमवार को दिल्ली से वेलस्पन लिविंग कंपनी के अधिकारी आए। ग्राहक बनकर मुहल्ला अंसार नगर गए। गोदाम से पुलिस ने कंपनी की भारी संख्या में नकली बेडशीट और कंपनी के नकली टैग बरामद किए। अन्य कंपनियों की बेडशीट और नकली टैग भी मिले। पुलिस ने गोदाम मालिक को हिरासत में ले लिया है। आरोपित के खिलाफ थाने में तहरीर दी गई है।
वेलस्पन लिविंग लिमिटेड कंपनी के आपरेशन मैनेजर लाल सिंह कादियान व मैनेजर शिवा सिंह ने बताया कि उनकी कंपनी के नाम से नकली बेडशीट बनाने की शिकायतें मिल रही थीं। एक माह पहले मुहल्ला अंसार नगर के आदिल से उनकी बेडशीट खरीदने को बातचीत हुई। उसकी महीन हैंडलूम के नाम से फैक्ट्री है। कंपनी के अधिकारियों ने आदिल के खाते में 25 हजार रुपये आनलाइन जमा करके बेडशीट का आर्डर दिया। सोमवार को दोनों अधिकारी थाने में पहुंचे और पुलिस को जानकारी दी। इसके बाद कंपनी के अधिकारी व पुलिस मुहल्ला अंसार नगर में आदिल के गोदाम पर पहुंचे। पुलिस ने यहां से वेलस्पन की 1935 नकली बेडशीट, वेलस्पन के 3800 नकली टैग बरामद किए। वहीं, बांबे डाइंग और डिकोर कंपनी की भी बेडशीट व टैग भी मिले। आदिल को हिरासत में लेकर पकड़े गए माल समेत पुलिस थाने ले आई।
बिल बुक भी बरामद हुई। इसमें सिक्किम, तमिलनाडु, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, आंध्रप्रदेश और कर्नाटक समेत अन्य राज्यों के व्यापारियों के नाम दर्ज है। बेडशीट पर लगे स्टीकर में कीमत तीन हजार रुपये लिखी है जबकि बाजार में इन्हें 200 400 रुपये में बेचा जाता है। सीओ सरधना आशुतोष कुमार ने बताया कि कंपनी की शिकायत के आधार पर फर्जी टैग वाले व्यापारियों की सूची बनाई जा रही है। आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
चार और गोदामों पर होगी छापामारी
वेलस्पन कंपनी के मैनेजर शिवा सिंह ने बताया कि सरधना में उनकी कंपनी के नाम से अन्य चार गोदाम में भी बेडशीट बन रही हैं। जल्द ही इन पर छापामारी होगी। वह चार माह से सरधना में घूमकर बेडशीट बनाने वाली कंपनियों की जानकारी ले रहे हैं। वह बेडशीट बनाने वालों से गोदाम पर जाकर आर्डर देने की बात करते थे। आदिल के यहां लंबे समय से नकली बेडशीट बनाने का काम चल रहा था।
