मेरठ 21 अगस्त (प्र)। नगर निगम के गढ़ रोड पर नई सड़क के समीप बन रहे कार्यालय में लोहे का बीम गिरने से तीन साल की बच्ची की मौत हो गई। इसके चलते अफरा तफरी मच गई। बच्ची को डाक्टर के पास ले जाया गया पर उसे मृत घोषित कर दिया। नौचंदी थाने की पुलिस भी मौके पर पहुंची पर बगैर कोई कार्रवाई के लौट गई। बिल्डिंग कांट्रेक्टर ने पूरे मामले को दबा दिया और मजदूर को परिवार के साथ बिहार रवाना कर दिया। निगम अफसरों ने ऐसी किसी घटना से अनभिज्ञता जताई।
गढ़ रोड पर नई सड़क के समीप नगर निगम का नया कार्यालय तैयार हो रहा है। | इसका कार्य अंतिम चरण में चल रहा है। यहां अधिकांश लेबर बिहार की है। बताते हैं, बिहार के मोतीहारी जिले के राजेश पासवान भी यहां मजदूरी करते हैं और कैंपस में ही परिवार के साथ रहते हैं। मंगलवार की शाम करीब साढ़े सात बजे राजेश की तीन वर्षीय पुत्री पिंकी अन्य बच्चों के साथ खेल रही थी। तभी एक लोहे का बीम उस पर आ गिरा। वह उसमें दब गई। घटना से अफरा-तफरी मच गई। बच्ची को उठाकर डॉक्टर के पास ले जाया गया, लेकिन बचाया नहीं जा सका।
इस घटना के बाद तमाम लेबर वहां से चली गई और सूचना मिलने पर कांट्रेक्टर जयकुमार अग्रवाल पहुंचे और मामले की लीपापोती में लग गये। सूचना मिलने पर नौचंदी थाने की पुलिस भी मौके पर पहुंची, लेकिन उसे बता दिया गया कि बच्ची बीमार थी, जिसके चलते मौत हुई है। जांच पड़ताल करने की बजाय पुलिस भी पल्ला झाड़कर लौट गई। इस बीच कांट्रेक्टर ने राजेश पासवान को पैसा देकर परिवार के साथ गाड़ी से बिहार रवाना कर दिया ताकि घटना तूल न पकड़ सके। बच्ची का बिहार में ही अंतिम संस्कार करने के लिए कहा गया। घटना के बाद काम बंद कर सभी लेबर को हटा दिया गया।
इस मामले में जब कांट्रेक्टर जयकुमार से पूछा गया तो उन्होंने सफाई दी कि बच्ची बीम के नीचे दबने से नहीं बल्कि अन्य बच्चों के साथ झूला झूलते वक्त गिरने से हुई। वह पहले से ही बीमार चल रही थी। मजदूर परिवार बिहार अपनी मर्जी से गया है।