Wednesday, November 12

पृथ्वी के समान धैर्यवान व सागर के समान गंभीर व्यक्तित्व की स्वामिनी होती है नारी

Pinterest LinkedIn Tumblr +

मेरठ 30 अगस्त (प्र)। आर्य समाज थापरनगर द्वारा चार दिवसीय वेद प्रचार समारोह के दूसरे दिन तीन सत्र आयोजित हुए। प्रातः कालीन सत्र मेरठ – करनाल हाइवे स्थित कदम पब्लिक स्कूल में आयोजित हुआ, जबकि दोपहर में महिला सम्मेलन व रात्रिकालीन सत्र आर्य समाज थापरनगर के प्रांगण में हुआ। कदम पब्लिक स्कूल में भजनोपदेशक पंडित दिनेश पथिक ने तेरे खेल निराले भगवान, तेरे खेल निराले सबने देखे भाले भजन सुनाया। मुख्य वक्त आर्य विद्वान डा. योगेंद्र याज्ञिक ने कहा कि जीवन में एक अच्छे व्यवसायी या एक अच्छी नौकरी के अलावा हमारा उद्देश्य एक अच्छा इंसान बनने का भी होना चाहिए। संयोजन राजेश सेठी ने किया।

यज्ञ के यजमान स्कूल के प्रबंध निदेशक संजीव चौधरी व प्रधानाचार्य पारूल चौधरी रहे। परमात्मा प्रदत्त विशिष्ट गुणों से विभूषित है नारी डा. आयुषी राणा आर्य समाज थापरनगर के प्रांगण में दोपहर का सत्र महिला सम्मेलन के रूप में हुआ। मुख्य वक्ता व प्रखर आर्य विद्वान डा. आयुषी राणा ने कहा कि नारी पृथ्वी के समान धैर्यवान व सागर के समान गंभीर व्यक्तित्व की स्वामिनी होती है। संचालन कमलेश चांदना ने किया। अध्यक्षता ज्ञान प्रभा ने की। महिला आर्य समाज की प्रधान प्रीति सेठी, सुमन रहे। उधर, आर्य समाज थापरनगर प्रांगण में रात्रिकालीन कार्यक्रम का विषय मात्र कर्मकांड ही धर्म नहीं है, रहा। मुख्य अतिथि दिनेश पथिक ने भजन का गायन किया।

आर्य समाज ने दी समाज और राष्ट्र को नई दिशा
मोदीपुरम उदय सिटी कालोनी स्थित आर्य समाज पल्लवपुरम में तीन दिवसीय वेद प्रचार कार्यक्रम का शुभारंभ वैदिक मंत्रोच्चारण और यज्ञ के साथ हुआ। मुख्य वक्ता हल्द्वानी के गवर्नमेंट डिग्री कालेज के प्राचार्य प्रो. विनय विद्यालंकर ने कहा कि आर्य समाज केवल धार्मिक संस्था नहीं, बल्कि एक राष्ट्रवादी और सामाजिक क्रांति का आंदोलन है। मोहित आर्य ने भजनों से वैदिक संदेश दिया। आचार्य आनंद प्रकाश शास्त्री ने यज्ञ कराया। संचालन अध्यक्षता डा. हरेंद्र चौधरी ने की। विपिन कुमार ने किया। डा. धर्मेंद्र संयोजन मनीष शर्मा ने किया। सिंह, अलका सिंह, डा. विचित्र रहे।

Share.

About Author

Leave A Reply