मेरठ 30 सितंबर (प्र)। मेरठ पुलिस द्वारा स्कूटी में तमंचा रखने के मामले में किठौर थाने पर तैनात 3 सिपाहियों को निलंबित कर दिया है। जिनमें मुख्य आरक्षी चौबे सिंह, आरक्षी ओमवीर सिंह और आरक्षी चालक अनिल कुमार शामिल है। तीनों पुलिसकर्मियों पर पूरे मामले को सीनियर्स से छिपाने का आरोप है। तीनों को सस्पेंड कर इनके खिलाफ पूरे मामले में जांच बैठाई गई है।
बताते चले कि किठौर, राधना का रहने वाला फिरोज नामक व्यक्ति जो प्लंबर है उसने कप्तान से शिकायत की थी। पीड़ित का आरोप है कि पुलिसकर्मी उसके घर पहुंचे। उसकी मां से स्कूटी की चाबी मांगी। फिर स्कूटी में चुपचाप खुद ही तमंचा रखा इसके बाद तमंचे का वीडियो बना लिया। तमंचे को अवैध बताकर पुलिसकर्मी उसकी स्कूटी को रात के अंधेरे में सीज कर थाने ले आए थे और अब एनकाउंटर की धमकी दे रहे हैं।इतना ही नहीं पीड़ित ने पुलिस पर 50 हजार रुपए की वसूली का आरोप भी लगाया है। आरोप है कि पुलिस ने स्कूटी छोड़ने के लिए दलाल के जरिए उससे 50 हजार रुपए वसूले, इसके बाद स्कूटी वापस की है। उसे एनकाउंटर की धमकी भी दे रहे हैं। पीड़ित ने घटना से जुड़े CCTV फुटेज भी पुलिस को सौंपी थी।
सोशल मीडिया पर CCTV वायरल हुआ तो एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने पीड़ित की शिकायत पर मामले की जांच कराई। जांच के आधार पर पर किठौर थाने पर तैनात तीन पुलिसकर्मी चौबे सिंह, ओमवीर सिंह, अनिल कुमार को निलंबित कर दिया गया है। इन तीनों पुलिसकर्मियों ने स्कूटी से अवैध शस्त्र बरामद करने की जानकारी सीनियर अफसरों को नहीं दी पूरे मामले में लापरवाही बरतकर पुलिस की छवि को खराब किया है।