नई दिल्ली 22 सितंबर । नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने गत दिवस कहा कि उसने कुछ खामियों के कारण टाटा समूह के स्वामित्व वाली एअर इंडिया के उड़ान सुरक्षा प्रमुख राजीव गुप्ता को एक महीने के लिए निलंबित कर दिया है. इसके अलावा, नियामक ने एयरलाइन को निर्देश दिया है कि कार्य में परिश्रम की कमी के कारण किसी लेखा परीक्षक (ऑडिटर) को कोई ऑडिट, निगरानी और मौके पर जांच का काम न सौंपा जाए.
डीजीसीए की टीम ने 25 और 26 जुलाई को आंतरिक लेखा परीक्षा, दुर्घटना रोकथाम कार्य और आवश्यक तकनीकी कर्मचारियों की उपलब्धता के संबंध में एअर इंडिया की समीक्षा की थी. जीसीए ने एक विज्ञप्ति में कहा कि समीक्षा में एअर इंडिया के दुर्घटना रोकथाम कार्य, अनुमोदित उड़ान सुरक्षा नियमों और प्रासंगिक नागरिक उड्डयन आवश्यकताओं के अनुसार तकनीकी कर्मचारियों की उपलब्धता में खामियां पाई गईं.
विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘‘खामियों को लेकर एअर इंडिया के उड़ान सुरक्षा प्रमुख को दी गई मंजूरी पर एक महीने के लिए रोक लगा दी गई है.” राजीव गुप्ता एअर इंडिया लिमिटेड के उड़ान सुरक्षा प्रमुख हैं. एअर इंडिया के एक प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, ‘‘हम डीजीसीए के निष्कर्ष को स्वीकार करते हैं और प्रक्रिया एवं दस्तावेज़ीकरण आवश्यकताओं का पूरी तरह से पालन करने में हमारे ऑडिट कर्मचारी में से एक की विफलता पर खेद व्यक्त करते हैं.”
प्रवक्ता ने कहा कि एयरलाइन आवश्यकताओं को स्पष्ट करके, प्रशिक्षण और सख्त परिणाम प्रबंधन के माध्यम से सुरक्षा और परिश्रम की संस्कृति को समकालीन मानकों तक बढ़ाने के प्रयास में कोई कसर नहीं छोड़ रही है. प्रवक्ता ने कहा, ‘‘आवश्यक परिवर्तनों होने तक हम इन प्रयासों को जारी रखेंगे.”
एक सूत्र ने बताया कि जिस व्यक्ति के खिलाफ डीजीसीए ने कार्रवाई की है, वह एक आंतरिक लेखा परीक्षक है और जब एअर इंडिया सरकार के नियंत्रण में थी, तब उसने उड़ान सुरक्षा के प्रमुख के रूप में भी काम किया था. इससे पहले भी, डीजीसीए ने विभिन्न कथित उल्लंघनों और खामियों के लिए एअर इंडिया के खिलाफ कार्रवाई की है.