Thursday, July 31

एलेक्जेंडर एथलेटिक्स क्लब चुनाव: शुभेन्दु मित्तल और जय प्रकाश अग्रवाल उपाध्यक्ष तथा अंकुर जग्गी एवं संजय अग्रवाल चाचा जी सचिव तथा अजय अग्रवाल व राहुल दास कोषाध्यक्ष पद के लिए उतर सकते है मैदान में

Pinterest LinkedIn Tumblr +

मेरठ 30 जुलाई (प्र)। 17 अगस्त 2025 को एलेक्जेंडर एथलेटिक्स क्लब की एजीएम की घोषणा के उपरांत अब उपाध्यक्ष सचिव और कोषाध्यक्ष के पद पर कौन कौन चुनाव लड़ेंगे इसको लेकर हलचल तेज हो गई है। मगर अभी तक वर्तमान उपाध्यक्ष विपिन अग्रवाल सचिव अमित संगल तथा पूर्व सचिव गौरव अग्रवाल व कोषाध्यक्ष गौरव रस्तोगी या पूर्व उपाध्यक्ष राकेश जैन आदि में से कोई दोबारा चुनाव लड़ेगा इस संदर्भ में तो अभी कोई खबर नहीं है। और ना ही चर्चा सुनने को मिल रही है। मगर एक महत्वपूर्ण यह सूचना जरूर सामने आई है कि क्लब के वर्तमान पदाधिकारियों और कौर कमेटी के सदस्यों जिनकी एक बैठक एजीएम से पूर्व होना निश्चित है के कुछ सदस्यों ने कई वरिष्ठ मैंबरों से यह जरूर पूछा है कि अगर उन्हें चुनाव लड़ाया जाए क्या वो इसके लिए तैयार है। इस चर्चा में से छनकर आ रही खबर से पता चलता है कि उपाध्यक्ष पद के लिए शुभेंदु मित्तल सेकेट्री पद के लिए युवा उद्योगपति अंकुर जग्गी और कोषाध्यक्ष पद के लिए बिल्डर अजय अग्रवाल का नाम चर्चाओं में है अगर अंतिम समय तक कोई बदलाव नहीं हुआ तो यह तीनों चुनाव मैदान में उतर सकते है। और क्योंकि इन्हें वर्तमान पदाधिकारियों का पूर्ण समर्थन प्राप्त होगा लेकिन परिणाम तो मतदान के बाद ही पता चलेंगे मगर यह कह सकते है कि यह कामयाबी का सेहरा अपने सिर बांधने का प्रयास कर सकते है। अब बात करे दूसरे ग्रुप कि तो अभी तक कोई भी अधिकारिक रूप से नाम सामने नहीं आया है और जो आ रहे है उन्हें वर्तमान पदाधिकारी और ज्यादातर सदस्य गंभीरता से लेने को तैयार नहीं है। मगर उसके बावजूद पिछले कुछ दिनों से शादी समारोह हो या अन्य कोई कार्यक्रम जब भी एलेक्जेंडर क्लब के कुछ सदस्य इक्ट्ठा होते है और चर्चा चलती है तो उसके अनुसार उपाध्यक्ष पद पर समाज में नामचीन व्यक्ति बिल्डर जय प्रकाश अग्रवाल जेपी और सचिव पद पर द अध्ययन के चेयरमैन संजय अग्रवाल चाचा जी और कोषाध्यक्ष पद पर जानेमाने वाहन व्यापारी दास हुडंई के राहुल दास चुनाव लड़ सकते है लेकिन कुछ लोगों का कहना है कि पिछले चुनावों में भी इनके नाम सामने आये थे मगर सहमति से बिना चुनाव के पदाधिकारी चुन लिये जाए। यह व्यवस्था बनाने की कुछ वरिष्ठ सदस्यों द्वारा की गई कोशिश के दौरान यह लोग चुनाव के दौरान हट गये थे।
मगर जहां तक जानकारों का कहना है कि कोषाध्यक्ष गौरव रस्तोगी और कुछ और सदस्य भी उपाध्यक्ष सचिव व कोषाध्यक्ष के अलावा कार्यकारिणी सदस्यों के लिए चुनाव मैदान में उतर सकते है अगर ऐसा होता है तो इस बार आसानी से सर्वसम्मति से पदाधिकारी व कार्यकारिणी का चुनाव संभव नहीं हो पाएगा। बाकी तो सब सदस्यों की मर्जी पर है या पुराने पदाधिकारियों के निर्णय लिये जाने पर जो भी होगा अभी तो चर्चाऐं शुरू है। अगले दो माह में चुनावी गतिविधियों व निर्वाचन को लेकर ऊट किस करवट बैठेगा कोई विश्वास से नहीं कह सकता।

Share.

About Author

Leave A Reply