रिहायशी भूखंडों पर हुए कॉमर्शियल निर्माण के ध्वस्तीकरण के आदेश के बाद शास्त्रीनगर का सैंट्रल मार्केट मीडिया की सुर्खी और चर्चा का विषय बना हुआ है। आवास विकास के अधिकारी कार्रवाई के दावे कर रहे हैं और अदालत ने यूपी और मेरठ के आवास विकास व अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को नोटिस दिए बताते हैं लेकिन जब निर्माण तोड़ने की बात चली थी तो जिनके कार्यकाल में यह बनकर तैयार हुए उनको भी ढूंढकर कार्रवाई की खबरें मिली थी। अब दोषी अधिकारियों की चर्चा तो नहीं हो रही लेकिन दुकानदारों का मानसिक उत्पीड़न खूब हो रहा है।
मैं सैंट्रल मार्केट प्रकरण में कुछ नहीं कहना चाहता लेकिन यह जरुर है कि इतना बड़ा प्रकरण आवासीय भूमि पर कॉमर्शियल निर्माण का होने के बाद भी शास्त्रीनगर जागृति विहार और माधवपुरम में आज भी बड़ी संख्या में दुकानें और कॉम्पलैक्स चलाने की खबरें खूब मिलती है। तकनीकी के जानकार और अधिकाारियों की एक कमेटी जांच कराई जाए तो आवास विकास के अधिकारियों को लपेट में आने से कोई नहीं बचा सकता। लेेकिन बात सैंट्रल मार्केट में बने जैना ज्वैलर्स शोरूम की बात करें तो जब इसका निर्माण शुरू हुआ तभी से मानचित्र के विपरीत इसे बनाने की चर्चा चली और लोगों ने विभागीय अधिकारियेां से मिलकर इस बारे में अवगत कराया। अब समाचार पत्रों की सुर्खियों में जैना ज्वैलर्स का निर्माण खूब रहा तो कुछ माह पहले एक खबर छपी कि जेई ने इस पर सील लगाने की कार्रवाई शुरू की जिसे चीफ इंजीनियर राजीव कुमार द्वारा रूकवा दिया गया। ऐसा तो नहीं हो सकता कि आवास विकास के अधिकारी अनभिज्ञ रहे हो। अब लीपापोती करते हुए जैना ज्वैलर्स को नोटिस देने की बात चल रही है। जेई की जांच में गंभीर तथ्य सामने आने की बात हो रही है लेकिन सवाल यह उठता है कि सबको इस निर्माण के बारे में जानकारी थी इसके शुभारंभ के लिए फिल्म अभिनेत्री सांसद हेमामालिनी आई जिसके प्रचार के लिए विज्ञापन छपवाए गए थे। लगभग एक साल से यह निर्माण हो रहा था। चर्चाओं में भी रहा तब आवास विकास के अधिकारी निर्माण नीति के उल्ल्ंघन को रूकवाने के लिए सक्रिय क्यों नहीं हुए और अब नोटिस व जांच कराने की बात से किसे गुमराह कर रहे हैं कुछ लोगों का यह कहना सही है कि जो जेई गंभीर तथ्य की बात कर रहे हैं वो खुद इसमें दोषी है क्योंकि उनके कार्यकाल में यह सब हुआ।
नागरिकों की एक बात सही है कि सीएम साहब जैना ज्वैलर्स के खिलाफ तो कार्रवाई हो ही आवास विकास के चीफ इंजीनियर राजीव कुमार जिनके कार्यकाल में अवैध निर्माण की बाढ़ आई लगती है उनके और सहयोगियों की सूची बनाकर सरकारी भूमि घेरे जाने और आवासीय भूमि पर बने कॉम्पैक्स बनने पर इनके खिलाफ कार्रवाई हो और सभी दोषियों को निलंबित कर मेरठ से उन्हें दूर रखा जाए जिससे जांच प्रभावित ना हो। सभी नियमों के तहत ।
(प्रस्तुतिः- रवि कुमार बिश्नोई संपादक दैनिक केसर खुशबू टाइम्स मेरठ)
जैना ज्वैलर्स के निर्माण के साथ ही चीफ इंजीनियर राजीव कुमार और उनके सहयोगियों को निलंबित कर की जाए कार्रवाई
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