दैनिक केसर खुशबू टाइम्स
मेरठ, 01 नवंबर (विशेष संवाददाता) कंकरखेड़ा क्षेत्र में सरधना रोड़ पर खुला आशुतोष नर्सिंग होम आजकल चर्चा का विषय है। मौखिक खबरों के अनुसार सड़क के किनारे सरकार की निर्माण नीति के बिलकुल विपरित बनाये गये इस चार मंजिलें नर्सिंग होम में नीचे मेडिकल स्टोर तथा ऊपर टावर लगाया गया है। स्मरण रहे कि अभी कुछ दिन पूर्व ही प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा नर्सिंग होमों में मेडिकल स्टोर खोलना और उसमें महंगी दवाईयां बेचना प्रतिबंधित किया गया था लेकिन यहां तो किसी संजीव डोगरा नामक व्यक्ति द्वारा एक सरकारी अस्पताल में कार्यरत चिकित्सा से संबंध महिला के सहयोग से यह चार मंजिला नर्सिंग बनाकर तैयार कर दिया गया बताया जा रहा है। जो वर्तमान में मेडा के अधिकारियों की अवैध निर्माण रोकने की मुहिम और सरकारी की दवा विर्क्रेता नीति तथा नर्सिंग होमों के लिए बनाई गई रणनीति के भी विपरित बताया जाता है। कुल मिलाकर मौखिक सूत्रों का कहना है कि नर्सिंग होम हर तरह से अवैध है। और मेडा के अधिकारियों को इस ओर ध्यान देकर कार्रवाई करनी चाहिए। कुछ लोगों का जो भी कथन है उसमें कितनी सच्चाई है वो बाद का विषय है। लेकिन इस निर्माण में सड़क किनारे की जो भूमि है वो भी घेरी गई और इसमें वाहन पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं है। शहर को साढ़े तीन सौ करोड़ खर्च कर जाम मुक्त बनाने की घोषणा कर रहे एमडीए वीसी और सचिव को इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए आशुतोष नर्सिंग होम के निर्माण संचालन एवं टावर लगाये जाने और नर्सिंग होम चलाने आदि की भी जांच कराकर स्वास्थ विभाग और प्रशासन को भी मेडा के अधिकारियों के साथ साथ अगर मौखिक सूूत्रों से मिली जानकारी सही है तो कार्रवाई करनी चाहिए।
गलत तरीके से टावर लगाने तथा मेडिकल स्टोर खोलने व अवैध निर्माण के लिए चर्चाओं में आशुतोष नर्सिंग होम
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