मेरठ 12 सितंबर (प्र)। सरकारी अस्पतालों में बदहाली, चिकित्सा सेवाएं न मिलने, प्राइवेट नर्सिंग होमों व स्कूल, कालेजों में अनाप शनाप बिलों की वसूली के विरोध में दस अक्टूबर को सरधना विधायक अतुल प्रधान कलक्ट्रेट में 24 घंटे के लिए डेरा डालेंगे। इस प्रदर्शन में 15 हजार लोगों के शामिल होने का दावा किया गया है। इसी दिन आंदोलन को आगे बढ़ाने की रूपरेखा तैयार की जाएगी।
विधायक अतुल प्रधान ने गत वर्ष भी प्राइवेट चिकित्सकों व नर्सिंग होमों द्वारा दवाइयों, जांचों, आपरेशन के नाम पर मरीजों से अनाप शनाप बिलों की वसूली के विरुद्ध आंदोलन छेड़ा था। उन्होंने अनशन किया था।
प्रशासनिक अधिकारियों ने प्राइवेट अस्पतालों की जांच कराकर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई का भरोसा दिया था। एफ ब्लॉक शास्त्रीनगर स्थित अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत में अतुल प्रधान ने कहा कि उनके पिछले आंदोलन के बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी हरकत में आए थे, लेकिन अब पुनः प्राइवेट चिकित्सकों व नर्सिंग होमों द्वारा पुनः मरीजों से लूट की जा रही है सरकारी अस्पतालों में कहीं चिकित्सक नहीं हैं, तो कहीं जांच नहीं होतीं, दवाइयां नहीं मिलतीं मजबूर होकर लोग प्राइवेट चिकित्सकों व नर्सिंग होमों का रुख करते हैं। लोग इलाज कराने में कर्ज में डूब रहे हैं, कोई मकान बेच रहा है तो कोई अपनी जमीन बेच रहा है प्राइवेट चिकित्सकों की संपत्ति तेजी से बढ़ रही है। उनकी संपत्ति की जांच होनी चाहिए। प्राइवेट चिकित्सक एक दिन अपनी क्लीनिक पर मरीजों का निःशुल्क उपचार करें।
अतुल कहा कि पब्लिक स्कूल, प्राइवेट कालेजों शिक्षा के नाम पर खुली लूट हो रही है। एनसीआरटी की किताबें कोर्स में शामिल करने के बावजूद प्राइवेट पब्लिकेशन की अत्याधिक महंगी किताबें खरीदने के लिए अभिभावकों को मजबूर किया जा रहा है। हर वर्ष किताबें बदल दी जाती हैं। ऐसे ही महंगी यूनीफार्म चंद दुकानें खरीदने के लिए मजबूर किया जा रहा है। इस बार वह नर्सिंग होम व प्राइवेट स्कूल कालेजों में लूट के विरोध में 10 अक्टूबर को बड़ा आंदोलन छेड़ेंगे। करीब 15 हजार लोग लेकर वह 24 घंटे के लिए कलक्ट्रेट पर धरना प्रदर्शन करेंगे।
वेस्ट यूपी को अलग प्रदेश बनाने के पक्ष में नहीं अतुल प्रधान
समाजवादी पार्टी के सरधना सीट से विधायक अतुल प्रधान पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अलग राज्य बनाने के पक्ष में नहीं हैं। यह संकेत उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में दिए भाजपा के पूर्व केन्द्रीय राज्यमंत्री डा. संजीव वालियान ने वेस्ट यूपी को अलग प्रदेश बनाने की वकालत की इस मुद्दे पर जब अतुल प्रधान से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा प्रदेश है। यहां से सर्वाधिक 80 सांसद चुनकर देश के सबसे बड़े सदन में जाते हैं। उन्होंने कहा कि उनकी निजी राय है कि अलग प्रदेश बनने से प्रदेश की ताकत कम हो जाएगी और उनके प्रदेश की गिनती छोटे राज्यों में होगी।