मेरठ 27 जनवरी (प्र)। भारतीय किसान यूनियन टिकैत के आह्वान पर किसानों ने वेस्ट यूपी के जिलों में ब्लाक स्तर पर जगह जगह ट्रैक्टरों पर तिरंगा रैली निकाली। तिरंगा रैली में बड़ी तादाद में किसान शामिल हुए। वेस्ट यूपी के किसान लोकसभा के आम चुनाव से पहले किसानों के हक के लिए हुंकार भर रहे हैं। भारतीय किसान यूनियन टिकैत ने 26 जनवरी को देशभर में ट्रैक्टर परेड की। साथ ही 16 फरवरी को भारत बंद करने का भी ऐलान किया है।
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत का कहना है कि उत्तर प्रदेश सरकार के ने हाल में घोषित किया गन्ने का मूल्य नाकाफी है। सिर्फ 20 रुपये कुंतल मूल्य बढ़ने से किसान को निराशा हुई है। दरअसल कई साल बाद गन्ने का मूल्य बढ़ाए जाने के साथ प्रदेश के किसान 400 से अधिक गन्ना मूल्य घोषित होने की उम्मीद लगाए था।
राकेश टिकैत का कहना है कि खेती पर प्रतिदिन खर्च बढ़ता जा रहा है। खर्च के अनुपात में किसान को फसल का वाजिब दाम नहीं मिल रहा है। ट्रैक्टर रैली निकालकर किसानों के हक की आवाज को बुलंद किया गया। उनका कहना है आगे भी आंदोलन जारी रहेगा। 16 फरवरी को भारत बंद किया जाएगा। किसान भी उस दिन खेती का काम नहीं करेंगे। इसके बाद 14 मार्च को दिल्ली में किसान महापंचायत होगी। जिसमें देशभर के किसान शामिल होंगे। किसान हक की लड़ाई से कभी विमुख नहीं होगा।
वहीं मेरठ, बिजनौर, मुजफ्फरनगर, बागपत. सहारनपुर, अमरोहा आदि ज्यादातर जिलों में ट्रैक्टर रैली निकाली गई। बिजनौर में नूरपुर ब्लॉक अध्यक्ष अमरपाल सिंह का कहना था कि ट्रैक्टरों की तिरंगा रैली निकालने का मकसद गन्ने का मूल्य 20 बढ़ाने के फैसले का विरोध है। किसान चाहते हैं कि कम से कम 50 रुपये गन्ने का मूल्य बढ़ना चाहिए।