मेरठ 19 अक्टूबर (प्र)। लोहिया नगर कालोनी के एम पाकेट स्थित आवासीय आतिशबाजी के गोदाम में मंगलवार की सुबह हुई पांच लोगों की दर्दनाक मौत व कई लोगों के घायल होने के आरोप में पुलिस ने गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। बिल्डिंग मालिक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गोदाम किराये पर लेने वाले दो आरोपी अभी भी फरार हैं।
लोहिया नगर एम पॉकेट कालोनी में शास्त्री नगर निवासी संजय गुप्ता ने एम-307 व 308 आवासीय प्लॉट पर दो मंजिला गोदाम बना रखे हैं। दोनों गोदाम उन्होंने तीन पार्टनर शास्त्रीनगर निवासी गौरव गुप्ता और आलोक रस्तोगी व उदयराज को महीनों पहले किराये पर दिया था। गौरव गुप्ता और आलोक रस्तोगी ने बिहार राज्य के जिला भोजपुर के पांच छह से ज्यादा लोगों को मजदूरी के तौर पर रखा हुआ था।
आवासीय गोदाम में बड़े पैमाने पर आतिशबाजी के लिए बम पटाखे राकेट बनाये जा रहे थे। मंगलवार सुबह सात बजकर पांच मिनट के आसपास आतिशबाजी के दोनों गोदाम में हुए जबरदस्त विस्फोट की घटना में अंदर रह रहे पांच लोगों की मौत हो गई थी। जबकि आधा दर्जन से ज्यादा लोग महिलाएं व बच्चे घायल हो गए थे। विस्फोट इतना जबरदस्त था कि 100 मीटर से ज्यादा दूर तक के घरों की दीवारें टूट गई थी।
मौके पर भारी मात्रा में आतिशबाजी बनाने की सामग्री के सौ से अधिक बोरे पड़े मिले थे। बुधवार सुबह एसएसपी रोहित सिंह सजवाण व सीओ कोतवाली अमित कुमार राय सुबह लोहिया नगर एम पॉकेट स्थित विस्फोटक स्थल पर पहुंचे। एसएसपी ने खुद खंडहर में तब्दील गोदाम बिल्डिंग की बारीकी से जांच पड़ताल की। उन्होंने खंडहर में तब्दील गोदाम में पड़े उन बोरों की जांच की। जिनमें बच्चों की पिस्तौल में भरे जाना वाला विस्फोटक रखा था।
पुलिस ने जेसीबी से बिल्डिंग गोदाम के पास का कुछ मलबा हटवाया। वहीं पुलिस ने मौके से तीन ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में विस्फोटक सामग्री के बोरों को भरवाकर बाहर भिजवाया। उधर, पुलिस ने विस्फोट की घटना में बिल्डिंग गोदाम मालिक शास्त्री नगर निवासी संजय गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन मुख्य आरोपी गौरव गुप्ता और अशोक रस्तोगी अब भी फरार हैं। पुलिस ने गोदाम मालिक संजय के खिलाफ गैरइरादतन हत्या आईपीसी की धारा 304, 267, 268, 287 व 7 ला क्रिमिनल्स एक्ट में मुकदमा दर्ज किया है।