मथुरा 12 अगस्त। प्रदेश के गन्ना विकास एवं चीनी मिल मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण ने प्रतिद्वंदी के सहारे सीधे रालोद पर हमला बोला। एक निजी चैनल से बातचीत में कहा कि रालोद पट्ट पांव (पनौती) है। जिसके साथ रहता है, उसी का सूपड़ा साफ हो जाता है। लोस चुनाव में 400 से अधिक सीटें जीत रहे थे, रालोद से दोस्ती 240 पर सिमटे मुजफ्फरनगर, मुरादाबाद और कैराना सीटें रालोद से समझौते में हारे । चौधरी चरण सिंह के निधन के बाद रालोद की ऐसी खराब घड़ी में स्थापना हुई कि जिसे भी पार्टी ने समर्थन दिया, उसी का बंटाधार कर दिया। 2002 में राजनाथ सिंह के समय भाजपा 86 सीट पर सिमटी केंद्र में भाजपा सरकार 2004 में गिर गई। 2011 में गठबंधन में कांग्रेस का पत्ता साफ हो गया। पिछले चुनाव में सपा का पत्ता साफ हुआ।
मंत्री लक्ष्मीनाराण के बयान पर रालोद की ओर से भी पलटवार किया गया। सोमवार को पत्रकार वार्ता में रालोद नेता पूर्व मंत्री ठाकुर तेजपाल ने कहा कि चौधरी लक्ष्मीनारायण अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं। उनका बयान रालोद के बजाय भाजपा के खिलाफ है। उन्होंने कह दिया कि भाजपा का बंटाधार होने वाला है। वह गठबंधन धर्म भूल चुके हैं। पार्टी को उन्हें पद से हटा देना चाहिए। वहीं, मंत्री के बयान के बाद सोमवार को लखनऊ में विधानसभा सत्र के बीच रालोद के दोनों सांसद व सभी विधायक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की।
दोनों के बीच विवाद की जड़ उनकी पारंपरिक विधानसभा सीट छाता है। ठाकुर तेजपाल ने छाता से चुनाव की तैयारी की घोषणा की तो लक्ष्मी नारायण ने उन्हें फ्यूज ट्रांसफारमर बता दिया। कहा, वह सपा में जा रहे थे, इसलिए जयन्त चौधरी ने उन्हें छाता सीट का लालीपाप थमा दिया है। छाता विधानसभा क्षेत्र में चौधरी लक्ष्मीनारायण और ठाकुर तेजपाल चुनाव में आमने सामने रहे जीत और हार का सिलसिला दोनों के बीच चलता रहा। पिछले दो चुनाव में लक्ष्मीनारायण लगातार जीत हासिल कर मंत्री बने हैं। हालिया घमासान बीते दिनों रालोद प्रमुख जयन्त चौधरी के निजी दौरे के बाद हुआ । पूर्व मंत्री ठाकुर तेजपाल के आवास पर जयन्त चौधरी ने पार्टी नेताओं से मुलाकात की थी। इसके बाद ठाकुर तेजपाल ने स्थानीय चैनल से बातचीत में क कि पार्टी प्रमुख ने विधानसभा चुनाव के लिए तैयारी का निर्देश दिया है। उनका बेटा चुनाव लड़ेगा। इसी बयान के बाद मंत्री चौधरी लक्ष्मीनारायण ने रालोद पर हमला बोल दिया ।
सीएम से मिले रालोद सांसद विधायक गन्ना मंत्री के बयान से पश्चिम उप्र में सियासी हलचल तेज हो गई। रालोद के दोनों सांसद तथा सभी विधायकों ने लखनऊ में मुख्यमंत्री से मुलाकात की।
सूत्रों की मानें तो विधायकों व सांसदों ने मुख्यमंत्री से मंत्री लक्ष्मीनारायण के बयान को लेकर शिकायत की। लक्ष्मीनारायण के बयान से न केवल रालोद के आम कार्यकर्ता बल्कि पार्टी अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री जयन्त चौधरी भी असहज हैं। बताया जाता है कि जयन्त के निर्देश पर ही दोनों सांसद तथा विधायक मुख्यमंत्री से मिले ।
बैठक के बाद सांसद डा. राजकुमार सांगवान ने कहा कि लक्ष्मीनारायण चौधरी का बयान रालोद व भाजपा गंभीरता से नहीं ले रही। मुख्यमंत्री से शिष्टाचार भेंट की है। खैर, कुछ भी हो लेकिन इतना अवश्य है कि रालोद सांसदों तथा विधायकों की मुख्यमंत्री से मुलाकात करने को लेकर राजनीतिक पंडितों में कयासबाजी तेज हो गई है।