देहरादून 12 अगस्त। उत्तराखंड में मॉनसून कहर बनकर बरस रहा है। कहीं भारी बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं तो कहीं बादल फटने से लोगों की जिंदगी आफत में पड़ी है। इसी बीच आज मौसम विभाग ने आज भी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है और लोगों से बेवजह घरों से न निकलने की अपील की गई है। रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन ने भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए केदारनाथ यात्रा को अगले तीन दिनों के लिए 14 अगस्त तक रोक दिया है।
पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन की घटनाएं बढ़ गई हैं, जबकि मैदानी क्षेत्रों में नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। पिछले 24 घंटे में देहरादून में लगभग 200 मिमी वर्षा हुई, जो 1951 के बाद अगस्त में एक दिन में हुई सर्वाधिक वर्षा है।
मौसम विभाग ने अगले तीन दिन में मौसम के तल्ख तेवर बने रहने की चेतावनी दी है। इस बीच हरिद्वार, नैनीताल और ऊधमसिंह नगर के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। आज यानी मंगलवार को तीन जिलों में अत्यंत भारी बारिश का रेड अलर्ट है। इसके अलावा देहरादून समेत पांच अन्य जिलों में भारी वर्षा का आरेंज अलर्ट जारी किया है।
उत्तराखंड में दो दिन से हो रही मूसलधार वर्षा से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। गौरीकुंड हाईवे पर भूस्खलन व प्रतिकूल मौसम को देखते हुए केदारनाथ यात्रा को 14 अगस्त तक स्थगित कर दिया गया है। चमोली में बदरीनाथ हाईवे दो स्थानों पर भूस्खलन से अवरुद्ध हो गया है। एक हजार से अधिक यात्री विभिन्न पड़ावों पर रोके गए गए हैं। उत्तरकाशी में पैदल मार्ग पर भूस्खलन होने से यमुनोत्री धाम की यात्रा भी बाधित हो गई है। पैदल मार्ग सुचारू होने तक यात्रियों को पड़ावों पर ही रुकने को कहा गया है।
केदारनाथ आने वाले सभी यात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी की गई है। एडवाइजरी में यात्रियों से अनुरोध किया गया है कि मौसम की चेतावनी को देखते हुए वे ये यात्रा करने से बचें। रुद्रप्रयाग के DM प्रतीक जैन ने बताया कि देहरादून में मौसम विज्ञान केंद्र ने 12, 13 और 14 अगस्त को रुद्रप्रयाग सहित प्रदेश भर में कई जगहों पर भारी वर्षा का पूर्वानुमान व्यक्त किया है। उन्होंने कहा, ‘‘भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए यात्रियों की सुरक्षा के दृष्टिगत केदारनाथ धाम की यात्रा को एहतियातन अगले तीन दिनों के लिए अस्थायी रूप से रोका गया है।’’
चमोली में भी फूलों की घाटी बंद
चमोली में फूलों की घाटी अगले आदेशों तक बंद कर दी गई है। ट्रेकिंग को भी रोक दिया गया है। पिछले 24 घंटे में हरिद्वार में 242 और दून में 200 मिमी वर्षा हुई, जो इन दोनों जिलों में वर्ष 1951 के बाद हुई सर्वाधिक वर्षा का नया रिकार्ड है। देहरादून व हरिद्वार में जलभराव के चलते दिनभर यातायात बाधित रहा। अल्मोड़ा के भैंसकुरी गदेरे(नाले) में बाइक सवार युवक की बहने से मौत हो गई। मौसम विभाग ने मंगलवार को हरिद्वार, नैनीताल व ऊधम सिंह नगर के लिए वर्षा का रेड अलर्ट जारी किया है।