Friday, November 22

चितरंजन त्रिपाठी बने एनएसडी के नए निदेशक

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नई दिल्ली 07 अक्टूबर (प्र)। लगभग पांच साल के इंतजार के बाद राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय को नया निदेशक मिल गया है. एनएसडी के 1996 बैच के प्रसिद्ध रंगकर्मी चिन्तरंजन त्रिपाठी को नया और स्थायी निदेशक नियुक्त किया गया है. यह घोषणा एनएसडी के रजिस्ट्रार प्रदीप कुमार मोहंती ने एक पत्रकार समेल्लन में की.

52 वर्षीय चितरंजन त्रिपाठी प्रोफेसर रमेश चन्द्र गौड़ का स्थान लेंगे जो अब तक एनएसडी का अतिरिक्त कार्यभार संभाले हुए थे. प्रदीप मोहंती ने बताया कि मंत्रिमण्डल की नियुक्ति समिति द्वारा 4 अक्टूबर को चितरंजन त्रिपाठी के नाम पर मुहर लगाने के बाद एनएसडी सोसायटी ने उनके नाम का अनुमोदन किया. बता दें कि वामन केंद्रे का कार्यकाल समाप्त होने के बाद अब कोई स्थायी निदेशक बना है।

चितरंजन त्रिपाठी एनएसडी के 12वें स्थायी निदेशक हैं. वह राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के 9वें ऐसे स्नातक हैं जो इसके निदेशक बने हैं.
ओडिसा के चांदी बाला में जन्मे चितरंजन हैदराबद विश्विद्यालय से समाजशास्त्र में एमए कर चुके हैं. उन्होंने चार्ल्स वालेश फेलोशिप के तहत इंग्लैंड के गिल्डफोर्ड स्कूल ऑफ एक्टिंग से संगीत थिएटर में दाखिला लिया था.

चितरंजन त्रिपाठी ने कहा की वह इस संस्थान के छात्र हैं लेकिन अब उन्हें एक नई जिम्मेदारी दी गई है और यह एक चुनौती पूर्ण काम होगा.

चितरंजन ने अपने पिता, जो एक पाला गायक थे, से संगीत की तालीम हासिल की और भास्कर चंद्र दास के मार्गदर्शन में अपने कौशल को और निखारा. उन्होंने प्राचीन कला केंद्र, चंडीगढ़ से ओडिसी गायन में संगीत विशारद प्राप्त किया.

चितरंजन त्रिपाठी ने राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय रंगमंडल, श्रीराम सेंटर रंगमंडल और साहित्य कला परिषद रंगमंडल सहित कई प्रमुख थिएटर समूहों और कंपनियों के लिए नाटकों का निर्देशन किया है. उनके लोकप्रिय नाटकों में ‘ताजमहल का टेंडर’, ‘कैपिटल एक्सप्रेस’, ‘अरे मायावी सरोवर’, ‘लडी नजरिया और हमारे शहर के रोमियो जूलियट’, ‘गुन्नो बाई और यहूदी की लड़की’, ‘डार्लिंग डार्लिंग’, ‘ताजमहल का उदघाटन’, ‘अरे शरीफ लोग’, ‘शबरह अनारकली’, ‘सीजोर मचाए शोर’, ‘चूहा बाकी’, ‘शोरवाला नाटक’ और ‘अंधेरा कमरा सच्चा प्यार शामिल’ हैं.

चितरंजन त्रिपाठी के नाटक ‘ताजमहल का टेंडर’, ‘हमारे शहर के रोमियो जूलियट’ और ‘लडी नाजरिया’ को सर्वश्रेष्ठ नाटक का पुरस्कार प्रदान किया जा चुका है.

चितरंजन त्रिपाठी ने हिंदी फिल्मों जैसे “दसवीं, ‘शुभ मंगल सावधान’, ‘कनपुरिए’, ‘मुक्काबाज’, ‘छपाक’, ‘ए जेंटलमैन’, ‘दिल्ली-6’, ‘फैंटम’, ‘तलवार’, ‘जुबान’, ‘तेरा मेरा टेढ़ा मेधा’, ‘मुख्यमंत्री’, ‘प्रमोद गुप्ता जे.ई’ सहित कई फिल्मों में अभिनय किया है. आपने थिएटर, फिल्म और टीवी के लिए सैकड़ों गाने लिखे हैं. त्रिपाठी को चिली अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में हिंदी लघु फिल्म ‘बिस्कट’ में भूमिका के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता का पुरस्कार दिया गया था. उन्होंने ‘सेक्रेड गेम्स’ (त्रिवेदी के रूप में), ‘रसभरी’, ‘रक्तांचल’, ‘फर्जी’ और ‘मॉम’ जैसी वेब सीरीज में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया है.

चिरतंजन की लघु फिल्म टकोर्ट रूम नौटंकी’ को वर्ष 2010 के आईएफएफआई, गोवा में भारतीय पैनोरमा अनुभाग में प्रदर्शित किया गया था. उनकी पहली फीचर फिल्म ‘धौली एक्सप्रेस’ (उड़िया) ने सर्वश्रेष्ठ फिल्म सहित कई राज्य पुरस्कार जीते है. इस फिल्म के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशक और सर्वश्रेष्ठ पार्श्‍व गायक का पुरस्कार भी मिला.

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