मेरठ 10 नवंबर (प्र)। सिटी स्टेशन को नया स्वरूप देने की कवायद शुरू हो गई है। डेढ़ वर्ष पूर्व अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत देशभर में 150 स्टेशनों का चयन हुआ था, जिसमें मेरठ का नाम भी शामिल था। स्टेशन को नए सिरे से विकसित करने के लिए टेंडर फाइनल हो गया है। एयरोकान कंपनी को कार्य सौंपा गया है। वहीं रेलवे की कांस्ट्रक्शन विंग की टीम मेरठ में पहुंचकर सर्वे आदि के कार्य में जुट गई है।
मेरठ सिटी स्टेशन का निर्माण 1911 में ब्रिटिश हुकूमत के समय हुआ था। हालांकि समय समय पर यहां विकास कार्य हुए है, लेकिन अब इस स्टेशन को क्रांति धरा के स्टेशन के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके तहत कार्य आरंभ हो गया है। पहले चरण में 35 से अधिक कर्मचारियों के क्वार्टर तोड़े जाएंगे। यह आवास अपनी मियाद पूरी कर चुके हैं। जिन क्वार्टर में लोग रहे हैं उन्हें खाली करने के लिए कहा गया है।
सामने की भूमि खाली होने के बाद पार्किंग आदि के स्थल बनेंगे। वहीं प्लेटफार्म नंबर एक पर बने कार्यालय को भी शिफ्ट किया जाएगा। जुलाई 2024 में जब अमृत स्टेशन योजना के तहत मेरठ सिटी स्टेशन का चयन हुआ था तब इसके नव निर्माण की लागत 252 करोड़ रखी गई थी। इसमें चार मंजिला इमारत सामने की ओर बननी थी, लेकिन फीजीबिलिटी रिपोर्ट में इतनी धनराशि को खर्च करने को लेकर सवाल उठने से अब इसके प्लान में संशोधन किया गया। रिपोर्ट में सामने आया था यहां पर प्रथम तल पर शापिंग कांप्लेक्स और होटल आदि का निर्माण करना आय की दृष्टि से इस समय कारगर नहीं रहेगा। जिसके बाद नया प्रस्ताव 98 करोड़ का तैयार किया गया। रोहटा रोड से भी स्टेशन आने के लिए एप्रोच मार्ग देना और वहां पर टिकट आदि खरीदने की सुविधा उपलब्ध कराना प्राथमिकता में है।
यह होंगे कार्य
-स्टेशन के पूर्वी और पश्चिम भाग को फुट ओवर ब्रिज से जोड़ा जाएगा।
-सभी प्लेटफार्म पर स्वचलित सीढ़ियां और लिफ्ट।
-पश्चिमी भाग रोहटा रोड की ओर नया प्रवेश और निकास द्वार। बुकिंग खिड़की,
पूछताछ केंद्र।
-पार्किंग स्थल का विस्तार।
-वीआइपी लाउंज और आधुनिक सुविधाओं से लैस प्रतीक्षालय।
