मेरठ 13 दिसंबर (प्र)। बर्फ से लदी चोटियों से बफीर्ली हवाओं के चलने से मेरठ का पारा कांपते हुए न्यूनतम अंक तक पहुंच गया। मौसम विभाग ने एहतियात के तौर पर येलो अलर्ट जारी कर दिया है। दिन में धूप खिलने के बीच सर्द हवाएं और रात में भीषण ठंड से सांस के अटैक का खतरा है। वातावरण में सक्रिय कई खतरनाक वायरस निमोनिया बना रहे हैं। मौसम विज्ञानियों ने शुक्रवार को ठिठुरन बढ़ने और तीन दिनों तक लगातार शीतलहर का पूर्वानुमान लगाया है। कहीं कहीं पाला भी पड़ सकता है।
सिंचाई कर किसान भगाएं पाला : उत्तर भारत में शीतलहर की तीव्रता बढ़ेगी। गुरुवार को फतेहपुर, हिसार चुरु जैसे शहरों में तापमान माइनस में दर्ज किया गया। दिल्ली में न्यूनतम तापमान 4.5 डिग्री दर्ज किया गया। मेरठ में न्यूनतम तापमान 6.7 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। मंगलवार को यह 8.1 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया था। दिन में उत्तर पश्चिम हवाएं चल रही हैं। जिससे प्रदूषण भी नियंत्रित है।
सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय के मौसम केंद्र के प्रभारी डा. यूपी शाही ने बताया कि शुक्रवार को बर्फ से लदी चोटियों से आने वाली हवाओं का प्रवाह में और बढ़ोत्तरी होगी जिससे तापमान में खासी गिरावट होगी। पाला पड़ने की आशंका है। ऐसे में किसानों को बचाव के लिए पानी की सिंचाई करनी चाहिए।
येलो अलर्ट : शीतलहर से तात्पर्य अधिकतम तापमान सामान्य से 4.5 से पांच डिग्री कम हो। वहीं न्यूनतम तापमान 4.5 डिग्री सेल्सियस लगातार दो दिनों तक रहे। येलो अलर्ट का अर्थ है कि मौजूदा समय में मौसम में खतरा नहीं है लेकिन इसकी आशंका बढ़ती जाती है। सतर्क रहें ।
आरेंज अलर्ट: इससे तात्पर्य है कि मौसम खराब हो चुका है। न सिर्फ सावधान रहें बल्कि बाहर जाने से बचें।
रेड अलर्ट: यह मौसम की खराब स्थिति का सूचक है। सुरक्षा का ध्यान रखते हुए प्रशासन और चिकित्सीय नियमों का पालन करें।