मेरठ, 17 जनवरी (प्र)। शहर के बाहरी हिस्सों में हाइवे का जाल बिछाने के बाद सरकार ने अब शहर के अंदर की सड़कों की सेहत सुधारने का बीड़ा उठाया है। मुख्यमंत्री ग्रीन रोड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट स्कीम (सीएम ग्रिड योजना) के तहत कुल आठ ग्रीन रोड का निर्माण प्रस्तावित किया गया है। जिसमें गढ़ रोड के गांधी आश्रम से तेजगढ़ी चौराहे तक मेरठ की पहली ग्रीन रोड का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है। सबसे पहले कवर्ड नाले का निर्माण किया जा रहा है। इसके साथ ही दूसरी ग्रीन रोड कमिश्नर आवास चौराहे से सर्किट हाउस तक निर्माण के लिए वित्तीय स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। विकास की यही गति रही तो आने वाले दो साल में शहर के अंदर बेहतर सड़कें चलने को मिलेंगी।
करीब 47 करोड़ की लागत वाली पहली ग्रीन रोड गांधी आश्रम से तेजगढ़ी चौराहे तक लगभग 2.15 किमी. निर्माण का ठेका जीत कंस्ट्रक्शन को मिला है। ग्रीन रोड का निर्माण के कई हिस्सों में होगा। ग्रीन रोड की एक तरफ करीब 10 मीटर चौड़ाई होगी। बीच में छह मीटर चौड़ा डिवाइडर ग्रीन बेल्ट के आकार में होगा। ग्रीन रोड के दूसरी तरफ की चौड़ाई भी 10 मीटर होगी। एक तरफ 10 मीटर हिस्से में मकानों-दुकानों से सटा एक मीटर चौड़ा और एक मीटर गहरा कवर्ड नाला होगा। इस नाले में घरों-दुकानों की जलनिकासी दी जाएगी। इस नाले के बाद जमीन के भीतर बिजली लाइन को भूमिगत करने के लिए पाइप डाली जाएगी। प्रति 24 मीटर दूरी पर डक्ट (दो मीटर चौड़ा और तीन मीटर गहरा चौंबर) बनेगा, ताकि भूमिगत बिजली लाइन में फाल्ट होने पर केवल निकाल कर मरम्मत की जा सकेगी। इसके बाद सड़क की जलनिकासी के लिए 450 मिमी और 600 मिमी की ह्यूम पाइप डाली जाएगी। यानि बरसात के पानी की निकासी बिल्कुल अलग होगी। कवर्ड नाले से लेकर ह्यूम पाइप के ऊपर तक करीब तीन मीटर चौड़ा फुटपाथ रहेगा। फुटपाथ के बाद सात मीटर टर चौड़ी सड़क होगी। जिस पर वाहन चलेंगे। डिवाइडर के बाद ग्रीन रोड की दूसरी तरफ भी यही व्यवस्था होगी।
भूमिगत हो जाएगी बिजली लाइन
नगर निगम की पहली ऐसी रोड होगी जिसमें बिजली के तार नजर नहीं आएंगे। सीएम ग्रिड योजना की सभी आठ प्रस्तावित सड़कों पर बिजली की लाइन भूमिगत की जाएंगी। सामान्य सड़कों की तुलना में ग्रीन रोड पर प्रतिशत अधिक हरियाली होगी।
24 करोड़ से बनेगी कमिश्नर आवास चौराहे से सर्किट हाउस तक दूसरी ग्रीन रोड
शासन स्तर से सीएम ग्रिड योजना को लेकर वीडियो कांफ्रेंसिंग हुई। पहली ग्रीन रोड के निर्माण के साथ दूसरी ग्रीन रोड कमिश्नर आवास चौराहे से सर्किट हाउस तक निर्माण के लिए शासन ने 24 करोड़ रुपये मंजूर कर दिया है। कमिश्नर आवास चौराहे से जसवंत राय अस्पताल होते हुए सीधे सर्किट हाउस तक बनने वाली ग्रीन रोड में नई पेयजल लाइन डाली जाएगी। बिजली लाइन भूमिगत होगी। फुटपाथ बनेंगे। इसके अलावा बच्चा पार्क चौराहे से कमिश्नरी कार्यालय होते हुए कुटिया तक, रंगोली रोड (हापुड़ रोड से गढ़ रोड तक) का प्रस्ताव भी वित्तीय स्वीकृति के लिए पहुंच गया है। बेगमपुल से बच्चा पार्क तक, जेलचेगी से विक्टोरिया पार्क होते हुए सर्किट हाउस तक की सड़क भी प्रस्तावित है।
मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए छोड़ी जाएगी बीच में छह मीटर जगह
दिल्ली रोड पर रैपिड रेल कारिडोर पर मेट्रो का ट्रायल रन शुरू हो चुका है। भविष्य में बेगमपुल से काली नदी तक गढ़ रोड पर मेट्रो प्रोजेक्ट प्रस्तावित है। जिसे देखते हुए ग्रीन रोड के निर्माण में कुछ तब्दीली की गई है। पहले तीन मीटर चौड़ा डिवाइडर बनाया जाना था, अब डिवाइडर की चौड़ाई छह मीटर कर दी गई है। इतनी जगह पर मेट्रो प्रोजेक्ट शुरू होने तक ग्रीन बेल्ट रहेगी। चूंकि मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए पिलर खड़े करने के लिए पांच मीटर जगह की जरूरत पड़ेगी। छह मीटर जगह होने पर सड़क को खोदने की जरूरत नहीं होगी। ग्रीन बेल्ट के हिस्से में पिलर खड़े करके मेट्रो का कारिडोर तैयार किया जा सकेगा।
अमित शर्मा, अधिशासी अभियंता, नगर निगम का कहना है कि गांधी आश्रम से तेजगढ़ी चौराहे तक 5 ग्रीन रोड के निर्माण के तहत नाला बनने का घ् कार्य शुरू ह हो गया है। कमिश्नर आवास चौराहे से सर्किट हाउस तक ग्रीन रोड को वित्तीय मजूरी मिल गई है।
ये होगा फायदा
रोड की सभी बिजली लाइनें भूमिगत हो जाएंगी।
पैदल चलने के लिए दोनों तरफ फुटपाथ बन जाएगे।
40 स्थानों पर वाहन पार्किंग विकसित हो जाएगी।
विशेष डिजाइन की स्ट्रीट लाइट लगेगी। वाटर एटीएम स्थापित होंगे।
ग्रीन रोड पर 12 स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे और यात्री प्रतीक्षालय बनेंगे।
बरसात का पानी नहीं रुकेगा। घरों और वर्षा जल निकासी अलग- अलग रहेगी।
