दैनिक केसर खुशबू टाइम्स
मेरठ, 11 नवंबर (विशेष संवाददाता) आपकी खांसी में आने वाला थोड़ा सा खून भी आपके लिए जान का खतरा हो सकता है। खांसी में खून का आना हो सकता है जान लेवा।
8 से 10 नवंबर को हैदराबाद में हुई चैस्ट सर्जंस की अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस में मेरठ और उत्तरप्रदेश के प्रतिनिधि के रूप में भाग ले रहे डॉ अनिल कपूर ने खांसी में खून आने की स्थिती के बारे में विस्तार पूर्वक अपना व्याख्यान दिया।
डॉक्टर कपूर ने बताया कि भारत जैसे विकासशील देशों में ज्यादातर लोग या डॉक्टर भी इस स्थिति की गंभीरता को समझते नहीं हैं। वो समझते हैं कि टीबी के मरीजों में ये साधारण सी घटना है। लेकिन ऐसा नहीं है। टीबी के अलावा ये कैंसर या अन्य अति गंभीर बीमारियों का भी लक्षण हो सकता है। उन्होंने कहा कि ऐसा होने पर, बजाए छोटे डॉक्टरों या झोला छाप लोगों को दिखाने के, तुरंत किसी अच्छे विशेषज्ञ को दिखना चाहिए, जिससे समय रहते इस गंभीर घटना का सही कारण पता लगा कर सही इलाज किया जा सके। ऐसा न होने की स्थिति में कभी भी खून बहुत तेजी से निकलना शुरू हो सकता है तथा उस समय मरीज की जान बचना अत्यंत मुश्किल हो जाता है। डॉ अनिल कपूर ने ये भी बताया कि ज्यादातर मरीजों में सही कारण का पता लगने पर, ऑपरेशन कर के उस हिस्से को निकाल कर मरीज की जान बचाई जा सकती है। ऐसे अनेकों मरीजों के ऑपरेशन डॉ कपूर द्वारा किए जा चुके हैं और वो मरीज आज भी स्वस्थ हैं।
डॉ कपूर ने ये भी कहा कि कभी कभी डॉक्टर्स भी कम जानकारी होने के कारण मरीजों को खून की नस बंद करवा कर इस स्थिति का इलाज करवाने की सलाह दे देते हैं, पर ये एक पूर्ण समाधान नहीं है। ऐसे ज्यादातर मरीजों को कुछ समय बाद दोबारा खून आना शुरू हो सकता है। देश विदेश से आए हुए सभी अति विशिष्ट चेस्ट सर्जंस ने ,डॉक्टर अनिल कपूर के इस लेक्चर की बहुत प्रशंसा की।इस अंतरराष्ट्रीय गोष्ठी में भारत के चुनिंदा चेस्ट सर्जंस सहित अमेरिका, इंग्लैंड, अबू धाबी, सिंगापुर, मलेशिया आदि देशों के चेस्ट सर्जंस मौजूद थे।