मेरठ 13 जून (प्र)। तिरुपति बालाजी के दर्शन करने गए दंपती की आंध्र प्रदेश के चित्तूर जनपद में सड़क हादसे में मौत हो गई। उनका सात साल का बेटा घायल हो गया।
टीपीनगर के कमलानगर निवासी 37 वर्षीय आशीष गोयल पुत्र कृष्ण अवतार गोयल का परतापुर थाना क्षेत्र के भूड़बराल में डेरी पर काम आने वाली मशीन व बर्तन बनाते हैं। मंगलवार सुबह आठ बजे आशीष पत्नी 36 वर्षीय ज्योति गोयल, सात वर्षीय बेटे शिवेन व साले मनीष संग तिरुपति बालाजी को रवाना हुए थे। मनीष को कोलकाता जाना था, इसलिए सभी एक गाड़ी से दिल्ली पहुंचे। यहां से आशीष, ज्योति व शिवेन फ्लाइट से दोपहर बेंगलुरु पहुंचे। जहां दोस्त परीनिका के पास परिवार रुका। यहां से मंगलवार रात 12 बजे आशीष पत्नी व बेटे संग दोस्त की टाटा नेक्सन कार लेकर तिरुपति बालाजी दर्शन को रवाना हुए। मनीष ने बताया कि बुधवार सुबह आशीष तिरुपति बालाजी मंदिर से 20 किमी पहले चित्तूर के पागला थानाक्षेत्र में हाईवे पर पहुंचे। देर रात 3रू30 बजे आगे जा रहे ट्राला ने अचानक ब्रेक लगा दिए। आशीष की कार ट्रक में पीछे से टकराई। आशीष व बराबर में बैठी ज्योति की मौत हो गई। पीछे बैठा शिवेन घायल हो गया। शिवेन अस्पताल में भर्ती कराया। सूचना पर आशीष के भाई वैभव, मामा के लड़के आयुष चित्तूर रवाना हो गए। मनीष कोलकाता से मौके पर पहुंचे।
आशीष गोयल काफी दिनों से तिरुपति बालाजी के दर्शन करने की योजना बना रहे थे। एक सप्ताह पहले जब उन्हें पता चला कि मनीष किसी काम से कोलकाता जा रहा है तो उन्होंने | उनके भी बेंगलुरु तक के टिकट | कराने को कह दिया। मनीष ने तुरंत बहन-बहनोई और भांजे के टिकट | करा दिए। मनीष ने बताया कि हंसी-खुशी एक-दूसरे से विदाई ली। मंगलवार सुबह सात बजे एयरपोर्ट से नहीं पता था कि बीस घंटे बाद बहन- बहनोई की मौत की खबर मिलेगी। भाई लिखकर सेव किया था। दुर्घटना ज्योति ने मोबाइल में उसका नंबर के बाद ज्योति के मोबाइल से भाई के पर ही चित्तूर के थाना पागला पुलिस नाम की गई आखिरी काल के आधार ने बुधवार सुबह करीब 4:49 बजे मनीष को हादसे की खबर दी।
फोन पर हुई बातचीत में घटनास्थल पर मौजूद मनीष ने बताया कि हादसे की सूचना के बाद कोलकाता से काफी देर तक जब बेंगलुरु के लिए फ्लाइट नहीं मिली तो वह किसी तरह चेन्नई पहुंचा। वहां से करीब 150 किमी का सफर सड़क मार्ग से तय कर घटनास्थल पर आया । मनीष ने बताया कि जिस टाटा नेक्सन कार से परिवार सफर कर रहा था, उसका अगला हिस्सा ट्राले के नीचे फंसने से बुरी तरह क्षतिग्रस्त था। कार का एयरबैग खुलकर फट गया था। स्थानीय लोगों ने बताया कि दंपती की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि शिवेन पिछली सीट के बीच में घायल अवस्था में मिला था ।
बेटे-बहू की मौत की सूचना मिली तो दहाड़ें मारकर रोने लगे कृष्ण अवतार
आशीष के पिता 61 वर्षीय कृष्ण अवतार व मां 60 वर्षीय आशा उनके पास ही रहते हैं। बड़े भाई राहुल नोएडा की एक कंपनी में काम करते हैं। आशीष दूसरे नंबर का था। छोटा भाई वैभव भी भूडबराल में उनके ही कारोबार से जुड़ा है। बड़े भाई स्वजन संग दिल्ली व वैभव मेरठ में ही रहते हैं। सुबह मनीष ने आशीष व ज्योति की मौत की खबर पहले अपने सरस्वती विहार आवास पर दी। इसके बाद स्वजन ने जाकर कृष्ण अवतार को घटना की जानकारी दी। बेटे-बहू की मौत की सूचना मिलते ही वृद्ध मां-बाप दहाड़ें मारकर रोने लगे। दुर्घटना की सूचना पर जब मीडियाकर्मी घर पहुंचे तो स्वजन ने रोते हुए हाथ जोड़कर कहा, वह कुछ कहने की स्थिति में नहीं हैं।