मेरठ 03 जुलाई (प्र)। ग्राम पंचायतों में विकास के लिए दी गई निधि में घपलेबाजी के मामले में सामने आ रहे हैं। हस्तिनापुर विकास खंड क्षेत्र की ग्राम पंचायत दरियापुर में डीएम ने शिकायत पर जांच कराई तो विकास निधि के गबन की पुष्टि हुई। डीएम ने ग्राम प्रधान को निलंबित करते हुए अंतिम जांच के लिए दो अधिकारियों की कमेटी गठित की है। ग्राम पंचायत सचिव के निलंबन की भी संस्तुति की गई है।
ग्राम पंचायत दरियापुर निवासी हरिचंद्र ने ग्राम विकास निधि में घपले का आरोप लगाते हुए डीएम दीपक मीणा से शिकायत की थी। डीएम ने जिला ग्रामोद्योग अधिकारी और गंगनहर खंड के सहायक अभियंता की टीम गठित कर जांच कराई। जांच में सामने आया कि गांव में सार्वजनिक शौचालय काफी समय से बंद पड़ा है और हर माह देखरेख के लिए स्वयं सहायता समूह को धनराशि का भुगतान हो रहा है। कहने के बाद भी शौचालय का ताला जांच टीम के सामने नहीं खोला गया। जांच में सामने आया कि ग्राम प्रधान धर्म सिंह ने अपने ही पुत्र के खाते में 34 हजार रुपये भी नियम विरुद्ध जमा कराए हैं। गांव में कराए गए विकास कार्यों से संबंधित साक्ष्य भी ग्राम प्रधान व सहायक विकास अधिकारी ने नहीं दिखाए। टीम ने तमाम बिंदुओं पर की गई जांच रिपोर्ट पिछले दिनों कमेटी ग्राम विकास निधि में घपले डीएम के समक्ष प्रस्तुत कर दी।
अंतिम जांच के लिए गठित की कमेटी
जिला युवा डीएम ने जांच रिपोर्ट के आधार पर कल्याण अधिकारी वैश्विक डबास, ग्राम प्रधान को निलंबित कर दिया। लोनिवि के अधिशासी अभियंता डीपीआरओ ने ग्राम पंचायत सचिव नामित कर जिम्मेदारी दी गई है। दोनों के निलंबन की संस्तुति की है। अधिकारियों को जांच कर 21 दिनों में अंतिम जांच के लिए गठित की रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी।
डीपीआरओ रेनू श्रीवास्तव का कहना है कि ग्राम पंचायत दरियापुर की जांच में कई तरह की गड़बड़ी सामने आई है। इसके बाद ग्राम प्रधान को निलंबित कर दिया गया है। ग्राम पंचायत में विकास कार्यों को कराने के लिए ग्राम पंचायत सदस्यों की तीन सदस्यीय कमेटी गठित की जाएगी।