Friday, July 5

कैंट बोर्ड बैठक में पेश किए 139 करोड़ रुपये के प्रस्ताव

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मेरठ 03 जुलाई (प्र)। कैंट बोर्ड में स्पेशल बोर्ड बैठक में वर्ष 2024-25 के लिए 139 करोड़ 10 लाख 58 हजार 456 रुपये के प्रस्ताव स्वीकृत किए गए हैं। बोर्ड अध्यक्ष निखिल देशपांडेय और सीईओ जाकिर हुसैन ने नाला सफाई के साथ अन्य क्षेत्रों में की जा रही सफाई व्यवस्था की प्रतिदिन की रिपोर्ट फोटो के साथ सफाई इंस्पेक्टर देंगे।

बोर्ड बैठक में आबूनाला सफाई को लेकर वास्तविक स्थिति की जानकारी ली गई। बोर्ड अध्यक्ष ने कहा कि सभी इंस्पेक्टर और सफाई कर्मचारी अपना अपना कार्य मजबूती से करें। किस क्षेत्र में कीन सफाई कर्मचारी काम कर रहे हैं इसकी लिस्ट भी संबंधित पटल के अधिकारी उपलब्ध कराएं।

बोर्ड मनोनीत सदस्य सतीश चंद्र शर्मा ने कहा कि छावनी में डेरियों के कारण सर्वाधिक गंदगी है। गोबर नालियों पर बहाया जा रहा है जिसके चलते नालियां चोक हो रही हैं। बरसात में भी जलभराव का यही सबसे बड़ा कारण हैं। उन्होंने कहा कि निराश्रित गोवंश को कांजी हाउस में रखने की व्यवस्था की जाए। सड़क पर घूम रही गाय को नगर निगम द्वारा निर्माण की गई गोशालाओं में भेजने की व्यवस्था की जाए। उन्होंने बताया कि बड़ी संख्या में डेरी संचालक सुबह दूध निकालने के बाद पशुओं को सड़कों पर छोड़ देते हैं और शाम को वापस ले जाते हैं।

छावनी क्षेत्र में गिर रहा जलस्तर बोर्ड बैठक में बताया गया कि छावनी क्षेत्र पानी का जलस्तर नीचे जा रहा है। ऐसे में जो खराब पंप हैं उन्हें ठीक कराया जा रहा है। टंकियों की सफाई के लिए टैंडर स्वीकृत हो गया है। इसके साथ ही सफाई आदि में प्रयोग होने वाले उपकरण और गाड़ियों को भी तुरंत ठीक कराने के आदेश दिए गए।

किसी भी निर्माण से पूर्व बोर्ड से स्वीकृति लेना अनिवार्य
बोर्ड मनोनीत सदस्य ने कहा कि अवैध निर्माण के नाम पर संबंधित अधिकारी मनमानी कर रहे हैं टाइल लगाने, छज्जा या छत को ठीक करने पर पूरे निर्माण को ध्वस्त कर दिया जाता है। सीईओ जाकिर हुसैन ने कहा कि निर्माण से पहले बोर्ड से स्वीकृति लेना अनिवार्य है। बोर्ड से अनुमति लेकर निर्माण कार्य करें। टीम के द्वारा पूरी जांच के बाद अवैध निर्माण पर कार्यवाही करती है। बोर्ड अध्यक्ष ने कहा कि टीम अवैध निर्माण पर कार्रवाही करे लेकिन येवजह किसी को परेशान न करे। अगर कर्मचारियों से कोई समस्या है तो लिखित शिकायत छावनी बोर्ड कार्यालय में दें।

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