मेरठ 09 मई (प्र)। भाजपा से जुड़े अंकित मोतला पर कार्रवाई में हीलाहवाली को लेकर सीओ दौराला प्रकाश चंद अग्रवाल फंस गए हैं। अंकित पर छह मुकदमे दर्ज होने के बाद भी उसकी हिस्ट्रीशीट नहीं खोली गई। होटल में जुआ मामले में आरोपित ने जमानत ले ली और पुलिस देखती रह गई। इसमें दौराला सीओ की लापरवाही उजागर हुई है।
डीआइजी ने सीओ से स्पष्टीकरण मांगा है। साथ ही अंकित की हिस्ट्रीशीट खोलने के आदेश एसएसपी को दिए। इस मुकदमे की विवेचना क्राइम ब्रांच कर रही थी । इसलिए विवेचक सुभाष कुमार व एसपी क्राइम भी कार्रवाई के दायरे में आएंगे। दिल्ली- दून हाईवे स्थित होटल राजरानी में पकड़े गए जुआ मामले में दौराला पुलिस और क्राइम ब्रांच ने फरार आरोपितों को गिरफ्तार नहीं किया था। मामले में डीआइजी कलानिधि नैथानी ने कहा कि पूरे प्रकरण में सीओ दौराला की लापरवाही उजागर हुई है। उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है। उनके रोल में भी उक्त लापरवाही को अंकित किया जाएगा।
यह था मामला
दौराला थाना क्षेत्र के गांव दादरी निवासी अंकित मोतला ने पार्टनर तरुण मलिक के साथ मिलकर गांव में ही दिल्ली – दून हाईवे पर राजरानी होटल एवं रेस्टोरेंट बना रखा था। आठ अप्रैल की रात एसपी क्राइम अवनीश कुमार के नेतृत्व में साइबर और एएचटीयू में तैनात पुलिसकर्मियों की टीम बनाकर इस होटल पर छापा मारा गया था। होटल के पीछे के रास्ते अंकित और तरुण 10-15 लोगों के साथ निकल भागे थे, जबकि जुआ खेलते हुए 31 लोगों को गिरफ्तार कर 17 लाख की रकम बरामद की गई थी। 11 अप्रैल को सभी 31 आरोपित कोर्ट से जमानत पर रिहा हो गए। अंकित मोतला, तरुण मलिक, असलम प्रधान समेत छह आरोपितों को पुलिस पकड़ नहीं पाई थी। इस प्रकरण में दौराला इंस्पेक्टर उत्तम सिंह राठौर और चौकी प्रभारी को सस्पेंड किया गया था। साथ ही चौकी पर तैनात अन्य पुलिसकर्मी लाइन हाजिर किए गए थे।