मेरठ 19 नवंबर (प्र)। मेडिकल थाना क्षेत्र तहत मंगलपांडे नगर स्थित द सीजर यूनिसेक्स फेमिली सैलून पर मारे गए छापे में पकड़े गए छह युवक व संचालिका को पुलिस ने कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया। जबकि मुख्य संचालिका आयशा खान अभी फरार है। अभियुक्तों की ओर से जमानत की अर्जी दायर की गयी लेकिन उस पर कोई फैसला अभी कोर्ट ने नहीं दिया। संचालिका समेत सभी को जेल भेजने का आदेश दिया गया।
सोमवार दोपहर बाद संचालिका आहाना खान व छापे में सैलून में मौके पर मिले कांशीराम कॉलोनी के खालिद, जेपी स्ट्रीट रोहटा रोड टीपीनगर के सुरेंद्र और सौरभ, भूमिया का पुल ब्रह्मपुरी के समीर, गांव अजराड़ा मुंडाली के हयात और शादाब व बड़ागांव फलावदा के उबैज को मेडिकल पुलिस स्पेशल सीजेएम शैलेश पांडे की कोर्ट में लेकर पहुंची। जहां मामले की फाइल पढ़ने के बाद सभी को जेल भेजने का आदेश दिए गया। पुलिस ने सभी को जेल भेज दिया गया है।
जेल भेजे जाने के नाम पर कुछ अभियुक्त कोर्ट से बाहर आते ही बिलखने लगे। उन्होंने खुद को बेकसूर बताया। पुलिस वाले जब उन्हें जेल के लिए ले जा रहे थे तो उनसे एक ने मिन्नतें की कि उन्हें जेल ना भेजा जाए। उसकी लाइफ बर्बाद हो जाएगी। कॅरिअर खराब हो जाएगा, लेकिन पुलिस वालों ने कोर्ट के आदेश के पालन करने की बात कहते हुए समझाया कि जल्दी जमानत पर रिहा हो जाओगे। इस दौरान संचालिका अहाना खान निवासी सरधना पूरी तरह से शांत नजर आयीं।
उल्लेखनीय है कि रविवार को कार्रवाई के बाद मौके से गिरफ्तार की गयी लड़कियों को बयान दर्ज करने के बाद महिला थाने पहुंचे उनके परिजनों के साथ भेज दिया गया। आरोप है कि पार्लर में दिल्ली, नोएडा से महिला व युवतियों को लाकर देह व्यापार से मोटी कमाई की जाती रही है। सीओ सिविल लाइन अभिषेक तिवारी ने बताया कि फरार दूसरी संचालिका की तलाश की जा रही है।
इसके अलावा सैलून का रिकॉर्ड भी खंगाला जा रहा है। जो सीसीटीवी डीवीआर जब्त की है। उसकी जांच की जा रही है। वहीं, सूत्रों की मानें तो जब्त की गई डीवीआर में तमाम कारगुजारियां बेपर्दा करने को पर्याप्त हैं। काफी कुछ आपत्तिजनक भी बताया जा रहा है। हालांकि मेडिकल पुलिस का कहना है कि अभी जांच की जा रही है। अधिकृत रूप से अभी कुछ नहीं कहा जा सकता।