हैदराबाद 04 दिसंबर। तेलंगाना विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित हो चुके है। कांग्रेस ने पहली बार स्पष्ट बहुमत से सरकार बनाई है। इस बीच आईपीएस अधिकारी अंजनी कुमार काफी चर्चा में है। क्योकिं उन्हे चुनाव आयोग ने चुनाव संहिता के नियमों का उल्घघन करने के मामले में निलंबित कर दिया।
बताते चले कि तेलंगाना के डीजीपी ने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार अनुमुला रेवंत रेड्डी से उनके आवास पर फूलों का गुलदस्ता लेकर मुलाकात की थी। सूत्रों की मानें तो चुनाव आयोग के पास डीजीपी को लेकर कई शिकायत की गई थीं, इसी को लेकर चुनाव आयोग ने यह बड़ा फैसला लिया है।
आईपीएस अंजनी कुमार 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। उन्होनें 22 दिसंबर को तेलंगाना के डीजीपी के रूप में कार्यभार संभाला था। एम महेंद्र रेड्डी की जगह पर उनको तैनात किया गया था। अंजनी कुमार ने एक आईपीएस अधिकारी के रूप में अपने करियर में पुलिस आयुक्त, हैदराबाद, तेलंगाना के एंटी करप्शन ब्यूरो के डीजी और तेलंगाना के एडीजी के पद पर कार्य किया है। लेकिन चुनाव संहिता के नियमों का उल्लंघन करने के मामले में चुनाव आयोग ने उन्हें 3 दिसंबर को निलंबित कर दिया था।
बता दें कि नक्सलवाद हमले के दौरान नक्सलवाद का मुकाबला करने के लिए तेलंगाना और आंध्र प्रदेश पुलिस ने एक विशिष्ट टास्क फोर्स बनाई थी। जिसमें आईपीएस अधिकारी अंंजनी कुमार को भी चयनित किया गया था। अंजनी कुमार ने ‘ग्रेहाउंड्स’ विशेष टीम के प्रमुख के रूप में काम कर एथलेटिक कौशल के लिए पुरस्कार भी जीते हैं। अंजनी कुमार अपनी कुशलता के बारें में जाने जाते थे। इतना ही नही अंजनी कुमार बैच के सर्वश्रेष्ठ घुड़सवार रहे। उन्होंने अपने घुडसवार के अभिनय से टोंक के महाराजा कप को अपने नाम किया था। साथ अपने बैच के सर्वश्रेष्ठ तैराक भी थे। तैराकी में उन्होनें आरडी सिंह कप जीता था। अंजनी कुमार को प्रतिष्ठित संयुक्त राष्ट्र शांति पदक से भी सम्मानित किया जा चुका है।