मेरठ 16 जुलाई (प्र)। 2161 करोड़ के शराव घोटाले के मामले में पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा को सोमवार को न्यायालय अपर जिला जज स्पेशल कोर्ट एंटी करप्शन ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजा। छत्तीसगढ़ पुलिस अनिल टुटेजा को बी वारंट पर लेकर लाई थी। “इस मामले में पूर्व में पूर्व सचिव आबकारी विभाग अरुणपति त्रिपाठी व दो अन्य अधिकारी विधु गुप्ता और अनवर देवड़ा जेल में बंद है। उन्हें भी सोमवार को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया।
छत्तीसगढ़ पुलिस सोमवार को अनिल टुटेजा को न्यायालय लेकर पहुंची। न्यायालय में सुनवाई के दौरान अनिल टुटेजा के अधिवक्ता ने उन्हें जेल भेजने का विरोध किया। वहीं, अभियोजन पक्ष की ओर से मामले की गंभीरता को न्यायालय के समक्ष रखा गया। न्यायालय ने मामले की गंभीरता को देखते हुए अनिल टुटेजा व अन्य तीनों आरोपियों को 14 दिन की न्याय के साथ में जेल भेजने के आदेश दिया।
बता दें कि छत्तीसगढ़ के शराब घोटाले के लिए डुप्लीकेट होलोग्राम ग्रेटर नोएडा के कासना स्थित फैक्टरी में बनाए गए थे। इस मामले में लगभग एक साल पहले कासना थाने में दर्ज रिपोर्ट में होलोग्राम साइट-5 स्थित मेसर्स प्रिज्म होलोग्राफी सिक्योरिटी फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड (पीएचएसएफ) में बनाने का आरोप लगाया गया था। आरोप था कि पांच साल तक 80 करोड़ होलोग्राम बनाने का अनुबंध किया गया था।
आठ पैसे का कमीशन, 1200 करोड़ की राजस्व क्षति
इससे छत्तीसगढ़ सरकार को 1200 करोड़ के राजस्व की क्षति हुई विशेष सचिव उत्पाद शुल्क अरुणपति त्रिपाठी (आईटीएस) की मिलीभगत से आबकारी आयुक्त आईएएस निरंजन दास और आईएएस अनिल टुटेजा ने निविदा शर्तों को संशोधित कर अवैध रूप से निविदा आवंटित की कमीशन लिया गया। दर्ज रिपोर्ट में कहा गया था थी। इसके बदले प्रति होलोग्राम 8 पैसे का पीएचएसएफ को छत्तीसगढ़ के उत्पाद शुल्क विभाग ने होलोग्राम के लिए अवैध रूप से टेंडर दिया था जबकि कंपनी निविदा प्रक्रिया में भाग लेने के लिए पात्र नहीं थी। छत्तीसगढ़ में सरकारी दुकानों से अवैध देशी शराब की बोतलें बेचने के के लिए बेहिसाब डुप्लीकेट होलोग्राम को आपूर्ति का अनुबंध किया गया।