खरखौदा 18 जून (प्र)। फर्जी आइडी बनवाकर रहने के मामले में जेल में बंद तीन देशी नागरिकों की सजा पूरी हो गई हैं। चौथे की सजा 20 जून को पूरी होगी। इसके बाद चारों को जेल से रिहा किया जाएगा। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी उन्हें बांग्लादेश बार्डर पहुंचाने की तैयारी में जुटे है। बीएसएफ से संपर्क किया है। पुलिस की टीम बार्डर पर सभी को योएलएफ के सिपुर्द करेगी।
एटीएस की जांच में पता चला था कि चार बांग्लादेशी नागरिक धीरखेड़ा में सूर्या इंटरनेशनल जूता फैक्ट्री में काम करते हैं। उन्होंने गलत सूचनाएं देकर फर्जी आइडी बनवा रखी हैं। इस आधार पर चार जून-2023 को एटीएस ने धीरखेड़ा से चारों बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा था। वे फर्जी आइडी बनवाकर रह रहे थे। इनमें मोंटू, मोज्जेम खान, सोजिब खान व माजिदुल खान शामिल थे। मोंटू और मोज्जेम 2021 से पहले पंजाब के लुधियाना में स्वेटर फैक्ट्री में काम करते थे। वहां से मेरठ आने के बाद जूता फैक्ट्री में काम करने लगे थे। पूछताछ में चारों घुसपैठियों ने कुबूल किया था कि वह अवैध तरीके से सीमा पार कर बांग्लादेश से आए थे। त्रिपुरा की राजधानी अगरतला निवासी जोश मियां और बांग्लादेश के शाहजान ने उन्हें अवैध तरीके से सीमा पार कराई थी। उन्होंने बताया था कि हिंदुस्तान में रहकर बांग्लादेशी अपना नेटवर्क कैसे चलाते हैं। इनमें से मोज्जेम खान की सजा 20 जून को पूरी हो जाएगी जबकि शेष तीनों की सजा पूरी हो चुकी है। इसके बाद घरों को बांग्लादेश बार्डर पर छोड़ा जाएगा।
चारों के पास मिले थे ये कागजात
सोजिब खान पुत्र मोज्जिम खान निवासी गोसाई, बाडी घोनूर जिला बबूरा (बांग्लादेश) से पश्चिमी चंपारण (बिहार) का आधार कार्ड मिला था।
माजिदुल खान पुत्र अजीमुद्दीन निवासी दोखिल, तीतपारा, थाना डिमला, जिला निलफामरी (बांग्लादेश) से बराचुपरिया नाडिया (प. बंगाल) का आधार कार्ड मिला था।
मोंटू खान पुत्र अजमुद्दीन निवासी दोखिल तीतपारा थाना डिमला, जिला निलफामरी (बांग्लादेश) से रामनगर (प. बंगाल) की 10वीं कक्षा की टीसी, थाना कलना (प. बंगाल ) का बर्थ सर्टिफिकेट, लुधियाना (पंजाब) के पते का आधार कार्ड मिला था। पेन कार्ड, डेबिट कार्ड भी मिला था ।
मोज्जेम पुत्र अनीसुर खान निवासी दुनियावा पोस्ट गोसाई बड़ी जिला बोगरा (बांग्लादेश) से वलसाड (गुजरात) का आधार कार्ड, पेन कार्ड, डेबिट कार्ड मिले।
एसएसपी डा. विपिन ताडा का कहना है कि तीन बांग्लादेशियों की सजा पूरी हो चुकी है। चौथे की सजा भी 20 जून को पूरी हो जाएंगी। इसके बाद सभी को बांग्लादेश पहुंचा दिया जाएगा। इसके लिए बार्डर पर तैनात बीएसएफ से बातचीत हो चुकी है।