मेरठ 22 मई (प्र)। 50 करोड़ 84 लाख 47 हजार रुपये की लागत से शहर के बीच स्थित गांधी आश्रम चौराहे से लेकर तेजगढ़ी तक ग्रीन सड़क का निर्माण होगा। ग्रीन सड़क का मतलब यह है कि 2.15 किमी की लंबाई और 36 मीटर चौड़ाई की इस सड़क में एक भी पेड़ को हटाया नहीं जाएगा। बल्कि फुटपाथ और डिवाइडर को हरा-भरा बनाया जाएगा। प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री ग्रीन रोड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट शहरी (सीएम-ग्रिड) योजना के तहत इसे मंजूरी दी है।
गत दिवस नगर निगम सभागार में मुख्यमंत्री ग्रिड स्कीम को लेकर शासन के अधिकारियों और 11 विभागों के अधिकारियों, इंजीनियरों की बैठक हुई। यूरिडा के प्रतिनिधि एडवर्ट जॉनी ने बताया कि मेरठ समेत प्रदेश के सभी नगर निगमों के लिए ग्रीन सड़क की योजना लाई गई है। मेरठ में प्रोजेक्ट के पहले चरण में नगर निगम के प्रस्ताव पर गांधी आश्रम से तेजगढ़ी के बीच की सड़क को लिया गया है। शासन ने इसके लिए प्रोजेक्ट को मंजूरी देते हुए आगाह किया है कि कम से कम 10 साल तक इस सड़क पर किसी भी विभाग को खुदाई, तोड़फोड़ की अनुमति नहीं होगी। निर्माण कार्य से पहले सीवर, पानी, गैस आदि का जो भी काम होगा उसे पूर्ण करना होगा। विभागों को एनओसी देनी होगी कि अब कोई काम खुदाई का नहीं करेंगे। सब कुछ अंडरग्राउंड होगा।
क्या है मुख्यमंत्री ग्रिड्स स्कीम
मुख्यमंत्री ग्रीन रोड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट शहरी (सीएम-ग्रिड ) योजना के अंतर्गत सड़क से संबंधित सभी सुविधाएं जैसे यूटीलिटी डक्ट, फुटपाथ, ग्रीन जोन, सौर आधारित स्ट्रीट लाइट, बस स्टॉप, ईवी चार्जिंग स्टेशन, सौंदर्यीकरण, पैदल यात्री सुविधा आदि की सुविधा दी जाएंगी।
इस तरह होगा 50 करोड़ 84 लाख का काम
सड़क का अपग्रेडेशन 9.38 करोड़
फुटपाथ का निर्माण 4.46 करोड़
जनोपयोगी सुविधाएं 5.86 करोड़
अंडरग्राउंड जलनिकासी 5.24 करोड़
सौंदर्यीकरण कार्य 1.84 करोड़
रिटेनिंग वॉल आदि कार्य 3.23 करोड़
स्ट्रीट लाइट और लैंडस्केप 1.01 करोड़
बिजली लाइन की शिफ्टिंग 13.01 करोड
पांच साल का रखरखाव 82 लाख
जीएसटी और अन्य 5.95 करोड़
ये होंगी विशेषताएं
सुरक्षित सड़क और जंक्शन
समान चौड़ाई ट्रैफिक लेन की व्यवस्था
भूमिगत सर्विस की सुविधा
सार्वजनिक स्थान व स्ट्रीट फर्नीचर की सुविधा
ग्रीन कवर किया जाएगा।
दूसरे चरण में इन सड़कों पर होगा काम
गढ़ रोड़ से रंगोली मंडप होते हुए हापुड़ रोड तक
कमिश्नरी चौराहा से बच्चा पार्क तक
कमिश्नर आवास चौराहा से सर्किट हाउस तक
सर्किट हाउस से विक्टोरिया पार्क होते हुए जेल चुंगी चौराहा तक
इन विभागों को करना होगा सहयोग
ट्रैफिक, बिजली, पीडब्लूडी, मेडा, बीएसएनएल, जल निगम, गेल गैस, जियो, एयरेटल आदि।