नई दिल्ली 16 दिसंबर। कश्मीर की सुंदर घाटी की अद्भुत प्राकृतिक सुंदरता के साथ प्रेम की एक खूबसूरत गाथा पेश करता टेलीविजन शो ‘पश्मीना धागे मोहब्बत के’ में अभिनेत्री गौरी तेजवानी, पश्मीना की मां की भूमिका में हैं। इस टीवी शो में ईशा शर्मा और निशांत मलकानी ने क्रमशः पश्मीना और राघव की भूमिकाओं में जान डाल दी हैं लेकिन सबसे कमाल की अदाकारी गौरी तेजवानी की रही जिन्होंने पश्मीना की मां प्रीति सूरी की अहम भूमिका निभाई है। प्रीति एक ऐसी मजबूत महिला है जिनके विश्वास ने ही पश्मीना को आत्म विश्वास से लबरेज करते हुए आत्मनिर्भर और सशक्त बनाया।
गौरी तेजवानी इस शो का हिस्सा बनने को एक अविश्वसनीय घटना मानती है। उनका कहना है कि ‘प्रेम में विश्वास करने वाली प्रीति जैसे चरित्र को पर्दे पर जीवंत करना उनके लिए एक यादगार और अनूठा अवसर रहा है। जिस तरह से दर्शक इस शो का आनंद ले रहे हैं, उससे कहीं ज्यादा आनंद उन्होंने इस किरदार को निभाते हुए लिया । गौरी तेजवानी ने इस शो में प्रीति सूरी का जो किरदार निभाया, लेखक ने अपनी लेखनी के जरिये सारा फोकस उनके इसी किरदार पर केन्द्रित किया है। वाकई वह एक ऐसा किरदार है जिसके लिए गए फैसले और कार्य, न केवल दो प्रेमियों के रिश्ते को आकार देते हैं बल्कि उन दोनों के भाग्य में निर्णायक भूमिका निभाते हैं। करियर के दूसरे टीवी शो ‘कुटुम्ब’ (2001-2002) में काम करते वक्त गौरी प्रधान को अपने को-स्टार हितेन तेजवानी से प्यार हो गया।
हालांकि इसके पहले भी दोनों एक एड फिल्म की शूटिंग के दौरान मिल चुके थे लेकिन ‘कुटुम्ब’ (2001-2002) में काम करते-करते दोनों बेहद करीब आते चले गए। काफी वक्त तक दोनों लिव इन में भी रहे। हितेन शादीशुदा थे लेकिन उन्होंने यह बात गौरी से छिपाई नहीं और उनकी इस ईमानदारी से प्रभावित होकर ही गौरी ने इस तरह 2004 में हितेन को हमसफर के रूप में चुन लिया। इस तरह वह गौरी प्रधान से गौरी तेजवानी बन गई।