मुजफ्फरनगर 31 जुलाई। प्रदेश सरकार में कौशल विकास एवं व्यावसायिक शिक्षा राज्य मंत्री और सदर विधायक कपिल देव अग्रवाल ने एक उद्योगपति से 50 लाख की रिश्वत मांगने की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए वाणिज्य कर विभाग के अधिकारी हिमांशु के विरुद्ध कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। साथ ही इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के पदाधिकारियों को भेजे गए नोटिसों को तत्काल निरस्त करने की बात कही है। जिसके बाद अफसर को निलंबित कर दिया गया है।
मंत्री कपिल देव ने प्रमुख सचिव एम. देवराजन और मेरठ मंडल के कमिश्नर नितिन बंसल से वार्ता कर दोषी अधिकारी की तत्काल जांच कर कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह मामला केवल रिश्वत का नहीं, बल्कि सरकार और उद्यमियों के बीच के भरोसे का है।
उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं प्रदेश सरकार की भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति के खिलाफ हैं और इससे सरकार की छवि को नुकसान पहुंचता है। मंत्री ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश सरकार व्यापार, उद्योग और निवेश को एक सुरक्षित, पारदर्शी और सहयोगपूर्ण माहौल प्रदान करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
इस मामले में ऑल इंडिया इंडस्ट्री एसोसिएशन IIA के अध्यक्ष अमित जैन ने लिखित शिकायत दर्ज कराते हुए संबंधित अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
अमित जैन के अनुसार, जीएसटी विभाग के एक अधिकारी ने एक व्यापारी को होटल में बुलाकर छापे की धमकी दी और 50 लाख रुपए की रिश्वत मांगी। बाद में सौदेबाजी कर यह मांग 10 लाख नकद और 50,000 प्रति माह हफ्ता देने के प्रस्ताव पर आ गई। अधिकारी ने खुद को वरिष्ठ अधिकारी बताकर पहचान छिपाई और गोपनीय विभागीय सूचनाएं साझा कर व्यापारी को डराने का प्रयास किया।
इस दौरान अधिकारी एक अन्य व्यक्ति को अपने भाई के रूप में साथ लाया। जो व्यापारी को और अधिक धमकाने का काम कर रहा था। यह पूरा घटनाक्रम एक संगठित वसूली गिरोह की तरह सामने आया।
यह पूरा मामला उस समय और गंभीर हो गया जब GST विभाग के डीसी मनोज शुक्ला ने उल्टा IIA चेयरमैन को एक नोटिस जारी कर साक्ष्य सहित उपस्थित होने का आदेश दे दिया। दरअसल, IIA द्वारा अपने आंतरिक ग्रुप में उद्यमियों को सचेत करने के लिए जो मैसेज भेजा गया था, उसे किसी व्यक्ति ने डीसी तक पहुंचा दिया था।
IIA ने इस घटनाक्रम को संगठित वसूली रैकेट बताते हुए कहा कि यह केवल एक उद्यमी तक सीमित नहीं है बल्कि कई व्यापारियों को इसी तरीके से डराया गया है। संगठन ने GST अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच कराने की मांग की है। IIA ने उद्यमियों से अपील की है कि वे इस प्रकार की घटनाओं को छिपाएं नहीं, बल्कि संगठन से संपर्क कर सुरक्षा प्राप्त करें।
इस प्रकरण के विरोध में IIA के पचास से अधिक पदाधिकारी और सदस्य GST कार्यालय पहुंचे और जोरदार विरोध प्रदर्शन करते हुए आरोपी अधिकारी पर सख्त कार्रवाई की मांग की। अश्विनी खंडेलवाल, नीरज केडिया, अशोक अग्रवाल, पवन गोयल, मनोज अरोड़ा, विपुल भटनागर, राहुल मित्तल, अमन गुप्ता, सुशील अग्रवाल, दीपक सिंघल, सुधीर अग्रवाल, नमन जैन, अनमोल गर्ग, समर्थ जैन, अरविंद मित्तल, डॉ. यशपाल सिंह, अनुराग अग्रवाल, नईम चांद, वैभव मित्तल, अनूप भाटिया सहित अन्य दर्जनों उद्यमी शामिल थे।