मेरठ 05 जून (प्र)। विश्व पर्यावरण दिवस पर आज सोशल मीडिया एसोसिएशन एसएमए और आरकेबी फाउंडेशन द्वारा आयोजित जागरूकता गोष्ठी एवं वृक्षारोपण के अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि पर्यावरण संतुलन बना रहे और हमारी अगली पीढ़ी को ऑक्सीजन की कमी न हो इसके लिए प्लास्टिक का उपयोग और उत्पादन बंद हो। जगह जगह फैली गंदगी की सफाई की व्यवस्था हो तथा धूएं से पैदा जहरीले प्रदूषण को रोकने के लिए हमें पेड़ पहाड़ जल और जमीन का दोहन रोकने के प्रयास करने होंगे। वक्ताओं ने घिरती जा रही धरती पर चिन्ता व्यक्त करते हुए छतों पर फल सब्जी व अन्न उगाने के लिए लोगों को प्रेरित किया। इस मौके पर बिश्नोई समाज के गुरू जम्भेश्वर जी महाराज द्वारा 500 साल पूर्व पर्यावरण बना रहे इसके लिए पेड़ पौधों व जानवरों की सुरक्षा के लिए जो अभियान चलाया गया था उसके लिए उनके व महाराज अग्रसेन द्वारा समाजवाद की शुरू की गई प्रथा के लिए उन्हें भी याद किया गया। वक्ताओं ने कहा कि सरकार जो पेड़ पौधे लगाती है जनता को उसकी निगरानी करनी चाहिए क्योंकि सिर्फ सरकार और नेताओं की आलोचना करने से किसी भी समस्या का समाधान होने वाला नहीं है।
आज प्रातः 10.30 बजे से 12.30 बजे तक दो घंटे आईएमए यूपी के पूर्व अध्यक्ष डा0 एमके बंसल की अध्यक्षता अंकित बिश्नोई के संचालन तथा बाल सदन के मंत्री हर्ष वर्धन बिट्टन एडवोकेट अन्नपूर्णा ट्रस्ट के संस्थापक ब्रजभूषण गुप्ता तिलक पुस्तकालय व वाचनालय के मंत्री चौ0 यशपाल सिंह पूर्व कार्यवाहक सूचना उपनिदेशक सुरेन्द्र शर्मा आरकेबी फाउंडेशन और सोशल मीडिया एसोसिएशन के संस्थापक रवि कुमार बिश्नोई मौलाना मसूद जमाली अजमल राष्ट्रपति पदक से सम्मानित सरबजीत कपूर आदि की गरिमामय उपस्थिति में सर्वप्रथम बाल सदन के सभागार में जागरूकता गोष्ठी हुई। तद्पश्चात वृक्षारोपण किया गया। बाल सदन में मौजूद मंदिर के आसपास के मैदान में बढ़ पीपल नीम आम और तुलसी के पौधे अतिथियों ने लगाये। इस दौरान अंकित बिश्नोई द्वारा सभी उपस्थितों को एक पेड़ कहीं से काटा जाए उसकी जगह पांच पेड़ लगाने तथा लगाये गये वृक्षों की सुरक्षा करने व कराने की भी शपथ दिलाई गई।
इस मौके पर उद्योगपति नवीन गोयल, नरेश दत्ता, सुन्दर स्वरूप शर्मा, संदीप एल्फा, दीप जैन, नरेन्द्र जैन, विनायक वत्स, संजीव कुमार शर्मा एडवोकेट, प्रशांत कौशिक, जगमोहन शाकाल, ऋषि शर्मा, डा0 गलेन्द्र शर्मा, कमलेश अग्रवाल, पवन बंसल, गौरव यादव, उदय यादव आदि विशेष रूप से मौजूद रहे और सभी ने पर्यावरण संतुलन वृक्षों की रक्षा के साथ ही दस वृक्ष एक पुत्र समान की संख्या देते हुए वृक्ष पानी को बचाये रखने पर चर्चा की। और सुझाव दिया कि सिर्फ सरकार और नेताओं को बुरा भला कहने से कुछ होने वाला नहीं है अगर कहीं इस बारे में कुछ गलत हो रहा है तो जिलाधिकारियों से लेकर आप प्रधानमंत्री तक शिकायत कर सकते है। कहीं न कहीं से तो कार्रवाई होगी ही।













