मेरठ 15 मई (प्र)। सेना से रिटायर्ड हवलदार हवा सिंह ने ही जिम ट्रेनर बेटे दीपक की हत्या की थी। 25 साल पहले देहरादून से खरीदे चाकू से उसने वारदात को अंजाम दिया। पांच साल की धेवती ने पोल खोली तो हवा सिंह ने बेटे की हत्या करने की बात स्वीकार कर ली, जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। खून से सने कपड़े भी हवा सिंह ने बरामद करा दिए हैं। छोटे बेटे को प्लाट खरीदारी में हवा सिंह ने मदद की थी, इसी को लेकर परिवार में विवाद हो गया था।
गंगानगर थाना क्षेत्र के ईशापुरम कालोनी में हवा सिंह परिवार संग रहते हैं। उनके दो बेटे दीपक, पंकज व बेटी ज्योति है। दो साल पहले दीपक की शादी स्याना बुलंदशहर निवासी शीतल के साथ हुई थी। दीपक गढ़ रोड स्थित जिम में ट्रेनर था। वारदात वाले दिन एक मई की शाम पांच बजे दीपक ग्राउंड फ्लोर पर पापा हवा सिंह और मम्मी संता के साथ था। पत्नी शीतल ने आरोप लगाया था कि हवा सिंह ने ही चाकू मारकर दीपक की हत्या की है। उसमें संता ने भी सहयोग किया था।
ऐसे हुआ वारदात का पर्दाफाश
हवा सिंह की बेटी ज्योति गढ़ रोड स्थित होटल में नौकरी करती है। ज्योति का पति पुलिस में है, जिसकी तैनाती शामली में है। ज्योति भी मम्मी-पापा के पास ही रहती है। घटना वाले दिन ज्योति की पांच साल की बेटी मौके पर मौजूद थी। पुलिस ने चाकलेट देकर बच्ची से महिला दरोगा के जरिए जानकारी ली। बच्ची नाना हवा सिंह को पापा कहती है। उसने बताया कि पापा ने बक्से से चाकू निकाल कर मामा को मार दिया। बच्ची के पोल खोलने के बाद हवा सिंह ने भी हत्या करना कबूल कर लिया। हवा सिंह ने पुलिस को बताया कि मैंने उस दिन शराब पी रखी थी। दीपक ने अपनी मां से अभद्रता की। आवेश में आकर मैंने बेटे को चाकू मार दिया। उससे दो दिन पहले दीपक ने मेरा गिरेबान भी पकड़ लिया था। तब से उसके ऊपर गुस्सा भी था ।
गंगानगर थाना प्रभारी कुलदीप सिंह ने बताया कि हवा सिंह ने प्लाट की खरीदारी में छोटे बेटे पंकज की मदद की थी। दीपक की मात्र सात हजार तनख्वाह थी । वह पिता से खर्च के लिए रकम मांगता तो उसे नहीं दी जाती थी, जबकि हवा सिंह छोटे बेटे की मदद करता था। इसी को लेकर पिता-पुत्र में विवाद चल रहा था । हत्या से एक दिन पहले ससुराल पक्ष के लोगों के साथ पंचायत भी हुई थी।