मेरठ 19 अगस्त (प्र)। एसटीएफ ने दो लाख के इनामी बदमाश हरीश बालियान को गिरफ्तार किया है। करीब तेरह साल से वह मेरठ, बागपत और लखनऊ में दर्ज मुकदमों में फरार चल रहा था। हरीश पर 35 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। लोकेशन जुटाने के बाद एसटीएफ ने घेराबंदी की और भैसाली बस अड्डे से हरीश बालियान उर्फ हरीश भौरा को धर दबोचा।
एएसपी बृजेश कुमार सिंह के अनुसार, मुजफ्फरनगर के भौरा से 2 लाख के इनामी हरीश बालियान को एसटीएफ लंबे समय से ट्रेस करने का प्रयास कर रही थी। पिछले कई दिन से उसकी लोकेशन मेरठ व आसपास की जनपदों में मिल रही थी। सोमवार को सूचना मिली कि हरीश बालियान भैसाली बस अड्डे पर आने वाला है और कहीं भागने की फिराक में है। एसटीएफ ने गिराबंदी शुरू की। जैसे ही हरीश बालियान वहां पहुंचा एसटीएफ ने उसे घेरकर पकड़ लिया।
वह 2012 से रंगदारी के मामले में फरार चल रहा था। उसके बाद 2015 में गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज हुआ। फरारी के दौरान पटियाला में रह रहा था। छह जून 2018 को शासन की तरफ से दो लाख का इनाम घोषित किया गया था। तभी से हरीश की धरपकड़ को कई टीम काम कर रही थी। बता दें कि हरीश के भाई आदेश बालियान पुत्र ब्रह्मपाल निवासी भौराखूर्द मुजफ्फरनगर को 2019 में एसटीएफ ने मार गिराया था। आदेश पर डेढ़ लाख का इनाम था। आदेश और हरीश का वेस्ट यूपी में आतंक था। आदेश पर तीस और हरीश पर 35 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। बदमाश के कब्जे से आधार कार्ड एवं अन्य कागजात बरामद हुए हैं।
गांव भौराखुर्द मुजफ्फरनगर में पारिवारिक रंजिश को लेकर हरीश बालियान अपराध की दुनिया में आया था। इसी रंजिश में उसके बड़े भाई की हत्या हो चुकी है, जबकि छोटा भाई मुठभेड़ में मारा गया। हरीश बालियान हत्या में जमानत पर आने के बाद से फरार चल रहा था। इसी बीच उसने गांव के ही व्यक्ति से रंगदारी मांगी थी।
रंगदारी के मुकदमे में ही उसे पर 2 लाख का इनाम शासन की तरफ से घोषित किया गया था। उसके बाद हरीश पर मुजफ्फरनगर पुलिस ने गैंगस्टर मुकदमा भी दर्ज किया। हरीश के खिलाफ वेस्ट यूपी के विभिन्न जनपदों में 35 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। पिछले काफी दिनों से पटियाला में छिपा हुआ था।
