मेरठ 28 जून (प्र)। मुहर्रम के त्योहार पर अवैध हथियार लेकर चलने वालों पर कार्रवाई होगी। डीआइजी कलानिधि नैथानी ने स्पष्ट कर दिया है कि मुहर्रम के जुलूस और ताजिये में अवैध हथियार लेकर चलने वालों पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा। इसे लेकर रेंज के चार जनपदों के कप्तानों को अवगत करा दिया गया है। रेंज में इस बार भी 386 जुलूस और 574 ताजिये निकाले जाएंगे। ताजिये की ऊंचाई का भी विशेष ध्यान रखने को कहा गया है। इसके लिए सभी जनपदों में मुस्लिम धर्म गुरुओं के साथ 52 गोष्ठी की गई हैं। स्पष्ट किया कि जुलूस में हथियार लेकर चलने वालों का वीडियो बनाकर पुलिस सीधे मुकदमा दर्ज करेगी।
डीआइजी ने बताया कि मेरठ में 54, बुलंदशहर में 38, बागपत मे एक और हापुड़ में 98 मजलिस की जाएंगी। इसी तरह से मेरठ में 112 जुलूस, 134 ताजिये, बुलंदशहर में 228 जुलूस, 370 ताजिये, बागपत में पांच जुलूस, पांच ताजिए, हापुड में 41 जुलूस, 65 ताजिए निकाले जाएंगे। 32 मार्गों पर उक्त जुलूस निकाले जाएंगे। इसे लेकर मेरठ में 21 और हापुड़ में 11 संवेदनशील स्थान चुने गए हैं।
मेरठ के भावनपुर और बुलंदशहर के खुर्जा नगर को अतिसंवेदनशील माना गया है। कड़ी रहेगी सुरक्षा व्यवस्था, ड्रोन से की जागी निगरानी: मुहर्रम के त्योहार पर सुरक्षा के लिए सात एएसपी, 25 सीओ, 102 इंस्पेक्टर, 432 दारोगा, 697 हेडकांस्टेबल, 1345 सिपाही और 682 होमगार्ड लगाए गए हैं। एक कंपनी पीएसी और एक कंपनी आरएएफ लगा दी गई है। 51 स्थान संवेदनशील मानते हुए चिह्नित किए गए, मेरठ में 15, बुलंदशहर में 22, बागपत में चार एवं हापुड़ में 10 स्थान चिह्नित किए।
27 जोन, 88 सेक्टर एवं 59 क्यूआरटी स्थापित की गई। मुहर्रम के त्योहार पर नगर निगम, विद्युत विभाग और स्वास्थ्य विभाग एवं अन्य विभागों को सुरक्षा के मद्देनजर गोष्ठी में शामिल किया गया। डीआइजी ने स्पष्ट कर दिया कि कोई गैर परंपरागत कार्य न हो। सभी थाना प्रभारी और चौकी इंचार्ज की जवाबदेही तय कर दी गई है। इंटरनेट मीडिया पर भी विशेष ध्यान रखा जाएगा।