Monday, June 2

सिमैगो रैंकिंग में सीसीएसयू को प्रदेश में पहली देश में 29वीं रैंक

Pinterest LinkedIn Tumblr +

मेरठ 10 मार्च (प्र)। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय ने एक बार फिर उपलब्धियों के पंखों से रैंकिंग में उड़ान भरी है। शोध प्रदर्शन, नवाचार आउटपुट और सामाजिक प्रभाव के आधार पर उच्च शिक्षण संस्थानों को रैंकिंग प्रदान करने वाली संस्था सिमैगो इंस्टीट्यूशंस रैंकिंग में वर्ष 2025 में सीसीएसयू ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है। उत्तर प्रदेश के राज्य विश्वविद्यालयों में सीसीएसयू पहले स्थान पर है। वहीं, रैंकिंग में शामिल देशभर के 415 उच्च शिक्षण संस्थानों में सीसीएसयू को 29वीं रैंक मिली है। यह रैंक सरकारी व निजी संस्थानों की ओपन रैंकिंग है। सिमँगो रैंकिंग संस्थान यह रैंकिंग विश्वविद्यालयों और शोध संस्थानों का मूल्यांकन तीन प्रमुख मानकों पर करता है। इनमें शोध प्रदर्शन, नवाचार आउटपुट और वेब दृश्यता द्वारा सामाजिक प्रभाव शामिल है। रैंकिंग में शोध प्रदर्शन का योगदान 50 प्रतिशत, नवाचार आउटपुट का 30 प्रतिशत और सामाजिक प्रभाव का योगदान 20 प्रतिशत होगा है। मूल्यांकन के लिए शोध पत्रों के लिए स्कोपस, पेटेंट और नवाचार के लिए पैटसैट और वेब दृश्यता के लिए गूगल और सेमरश डाटा का इस्तेमाल किया जाता है।

जितनी कम परसेंटाइल, उतना अच्छा प्रदर्शन
उच्च शिक्षण संस्थानों को विभिन्न वर्ग में रैंकिंग परसेंटाइल भी मिलती है। इनमें जिस वर्ग में जितनी कम परसेंटाइल, उसमें उतना ही अच्छा प्रदर्शन माना जाता है। सीसीएसयू को समग्र रैंकिंग में सात परसेंटाइल मिला है। शोध प्रदर्शन में 28 परसेंटाइल है। वहीं नवाचार यानी इनोवेशन में तीन परसेंटाइल है, जो सीसीएसयू को नवाचार वर्ग में देश के शीर्ष संस्थानों में शामिल करता है। इसी तरह सामाजिक प्रभाव में 10 परसेंटाइल है। विश्वविद्यालय ने विभिन्न विषयों में भी प्रभावशाली परसेंटाइल हासिल किया है। इनमें कृषि और जैविक विज्ञान में 26, बायोकेमिस्ट्री, जेनेटिक्स व आणविक जीवविज्ञान में 24, कंप्यूटर विज्ञान में 22, इंजीनियरिंग में 21 और गणित में 129 परसेंटाइल प्राप्त किया है। विश्वविद्यालय के शोध व नवाचारों में इसके 137 जर्नल्स में शोध पत्र स्कोपस में शामिल हैं। सीसीएसयू के निदेशक (शोध) प्रोफेसर बीरपाल सिंह ने कहा कि ओवरआल कैटेगरी में 29वां स्थान प्राप्त करना विश्वविद्यालय की तकनीकी विकास और पेटेंट प्राप्ति की क्षमता को दर्शाता है।

सीसीएसयू कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला का कहना है कि यह रैकिंग कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल के मार्गदर्शन, सरकार की फंडिंग एजेंसियों के सहयोग, विश्वविद्यालय के शिक्षकों, शोधकर्ताओं और विद्यार्थियों की कड़ी मेहनत का परिणाम है। हमारा लक्ष्य अनुसंधान, नवाचार और समाज पर प्रभाव के क्षेत्रों में अधिक प्रगति करना है। विश्वविद्यालय शोध, नवाचार और शिक्षा में नए आयाम स्थापित कर रहा है और आने वाले वर्षों में अपनी स्थिति को और मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है।

Share.

About Author

Leave A Reply