मेरठ 16 दिसंबर (प्र)। मवाना थाना क्षेत्र के गांव अटौरा में ग्रामीणों ने गत देर रात तालाब किनारे तेंदुआ देखा। गांव में तेंदुआ देखे जाने की सूचना गांव में आग की तरह फैल गई। इससे गांव में दहशत का माहौल व्याप्त हो गया। आज सुबह ग्रामीणों ने तेंदुआ देखे जाने की सूचना एसडीएम अखिलेश यादव एवं वन विभाग को दी। एसडीएम अखिलेश यादव के आदेश पर वन विभाग की टीम गत दिवस गांव अटौरा में किसान दुष्यंत के खेत पर पहुंची और ग्रामीणों से बातचीत की। वन विभाग की टीम ने गांव के जंगल में तेंदुए की तलाश की लेकिन देर शाम तक भी वन विभाग की टीम को सफलता नहीं मिल सकी।
अटौरा के ग्रामीणों ने बताया कि अटौरा गांव के बाहरी छोर पर बहुत बड़ा तालाब है। तालाब के नजदीक किसान दुष्यंत का खेत है जहां बीते तीन-चार दिनों से लगातार रात के समय तेंदुआ देखा जा रहा है। तेंदुआ होने की जानकारी से ग्रामीणों में दहशत है। शुक्रवार को खेतों में तेंदुआ होने की सूचना एसडीएम एवं वन विभाग अधिकारियों को दी गई। एसडीएम अखिलेश यादव ने तत्काल प्रभाव से टीम को मौके पर पहुंचने के आदेश दिए। ग्रामीणों के साथ वन विभाग के वन दरोगा संजय चौहान व संजय कुमार, बीट प्रभारी दिनेश ने ग्रामीणों को साथ लेकर जंगल में काम्बिंग की। घंटों की गई काम्बिंग के बावजूद जंगल में कुछ नहीं मिला।
ग्रामीणों का कहना है कि तेंदुआ होने पर उनमें दहशत का माहौल बना हुआ है। इसके बाद ग्रामीणों ने खेतों पर जाना बंद कर दिया है, जबकि इस समय गन्ना छिलाई का काम जोरों पर चल रहा है। वन विभाग की टीम के कहने पर प्रधान ने गांव में मुनादी करा दी गई कि जंगल में देर शाम व रात को ट्यूबवेल व रजवाहे के पानी पर नहीं जाये । कोई अनहोनी हो सकती है। ग्रामीणों ने काम्बिंग अभियान की वीडियो जारी की है।
वन विभाग की टीम ने हस्तिनापुर रेंजर रविकांत चौधरी को जानकारी दी कि जंगल में जंगली बिल्ली के पंजे दिखाई दिये हैं। तेंदुआ के पैरों के निशान कहीं देखने को नहीं मिले। टीम ने ग्रामीणों से कहा कि जंगल में एक साथ एकत्रित होकर जाएं अकेले नहीं जाएं। सटीक सूचना होने पर वन विभाग व प्रशासनिक अफसरों को जानकारी दें। इसके लिए प्रधान और अन्य ग्रामीणों को वन विभाग और प्रशासन के मोबाइल नम्बर उपलब्ध करा दिए गए हैं। साथ ही तेंदुए को पकड़ने के लिए काम्बिंग करने को वन विभाग की दो टीमें बना दी गई हैं।