मेरठ, 12 मार्च (प्र)। कोरोना संक्रमण के चलते अस्पताल में भर्ती कोरोना पॉजिटिव जिस शख्स की दिसंबर 2020 को मौत हो चुकी है, लोहिया नगर पुलिस ने उसके व उसके बेटे के खिलाफ नौकरी लगवाने के नाम पर 23 लाख की रकम धोखाधड़ी से हड़प लेने के आरोपों के चलते धारा भादंसं 1860 420 व भादंसं 1860 406 में लिखा पढ़ी कर डाली है। इस मुकदमे में नाजमदों में केपी सिंह निवासी मनु अपार्टमेंट मयूर विहार फेज-1-7 फ्लोर नई दिल्ली व उनका पुत्र अर्णव उर्फ अर्णव ठाकुर नामजद किए गए हैं।
लोहिया नगर पुलिस ने नेहरू एन्क्लेव अल्लीपुर दिल्ली निवासी डा. हितेश चौहान पुत्र ब्रह्म प्रकाश चौहान की तहरीर पर यह मुकदमा दर्ज किया है। प्राइवेट डेंटल क्लीनिक चलाने वाले डा. हितेष के साथ उनकी डेटिंस्ट पत्नी की सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर इस ठगी का आरोप केपी सिंह व अर्णव ठाकुर पर लगाया गया है। दरअसल, डा. अर्णव की केपी सिंह से मेरठ के हापुड़ रोड पर आयोजित एक विवाह समारोह में अपने एक मित्र की मार्फत हुए थी। आरोप है कि वहां डा. केपी व उनके बेटे अर्णव ठाकुर ने सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर डा. हितेष को ऐसा शीशे में उतारा कि वह पिता-पुत्र के ठगी के जाल में फंसते चले गए और करीब 23 लाख रुपये की रकम से हाथ धो बैठे। बकौल डा. हितेष लोकसेवा आयोग की मार्फत नौकरी लगवाए जाने की बात तय की गयी थी। डा. हितेष का कहना है कि जब नौकरी नहीं लगी तो पैसे वापस किए जाने की बात की गयी। इस बीच नवंबर 2020 को उन्हें अर्णव ठाकुर ने कहा कि उसके पिता कोरोना पॉजिटिव हैं। उन्हें अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। उसके करीब एक पखवाडे“ बाद सूचना दी गयी कि केपी सिंह की कोरोना संक्रमण के चलते मौत हो गयी है, लेकिन जो तहरीर डा. हितेश ने लोहिया नगर थाना पर दी उसमें केपी सिंह की कोरोना से मौत होने की बात का उल्लेख करते हुए पिता-पुत्र के खिलाफ तहरीर दी। जिसके बाद लोहिया नगर पुलिस ने मृतक केपी सिंह व उसके बेटे अर्णव ठाकुर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया।
संजय पांडे, इंस्पेक्टर थाना लोहियानगर का कहना है कि डा. हितेष की तहरीर पर जिनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है वह एसएसपी के आदेश पर किया गया है। दो लोग नामजद किए गए हैं।