खंडवा 06 जनवरी। मध्य प्रदेश के खंडवा जिले से बड़ी खबर है. यहां जूना राम मंदिर में स्थित भगवान हनुमान की प्रतिमा ने चोला खुद ही उतार दिया है. अब लोग इसे चमत्कार मान रहे हैं. सैकड़ों लोगों की भीड़ मंदिर के बाहर लग गई है. यह मंदिर रामायणकालीन बताया जाता है. 100 साल बाद ऐसा हुआ है कि भगवान हनुमान की प्रतिमा से सिंदूर पूरी तरह हट गया हो. इस मामले को लेकर भक्तों ने कहा कि अयोध्या में विराजेंगे राम लला, उससे पहले यहां भी बाल रूप में नजर आए हनुमान. बता दें, खंडवा के रामगंज में स्थित जूना अखाड़ा राम मंदिर में भगवान हनुमान पश्चिम मुखी हैं.
जानकारी के मुताबिक, 6 जनवरी को सुबह कई भक्त जूना राम मंदिर में गए थे. सुबह 6 बजे से 8 बजे तक सबकुछ सामान्य था. लेकिन, 8 बजे अचानक भक्त चौंक गए. उन्होंने देखा कि भगवान हनुमान की प्रतिमा से चोला गायब हो रहा है, उनका पूरा सिंदूर उतर गया. इसके बाद भगवान अपने मूल रूप बाल रूप में आ गए. ये देखते ही लोगों के मुंह से भगवान के जयकारे अपने आप फूट पड़े. लोगों ने बार-बार बजरंगबली को दंडवत करना शुरू कर दिया. जैसे-जैसे ये खबर इलाके में फैलती गई, वैसे-वैसे भक्तों की भीड़ मंदिर के बाहर जमा होने लगी.
मंदिर में कई वर्षों से जुड़े भक्तों ने हनुमानजी का चोला बदलना उनका चमत्कार माना है. भक्त रक्षा माहेश्वरी ने कहा कि कई साल से मैं मंदिर आ रहा हूं. लेकिन, आज हनुमानजी ने चोला उतारकर मूल रूप में दर्शन दिए हैं. इससे मैं धन्य हो गया हूं. वहीं तरुण झंवर ने कहा कि आज जब दर्शन करने पहुंचा तो ये रूप देखकर अभिभूत हो गया. अयोध्या में राम लला के विराजने से पहले ये हनुमानजी का चमत्कार है.
खंडवा शहर का इतिहास खांडव वन से जुड़ा हुआ है. खर दूषण की नगरी खांडव वन को अब खंडवा के नाम से जाना जाता है. यहां वनवास के दौरान भगवान श्री राम, मां सीता और लक्ष्मण के आने की किवदंती है. जिस मंदिर में भगवान हनुमान ने चोला छोड़ा है वो भी रामायण कालीन है. रामायण में वर्णित खाण्डव वन के स्थान पर ही यह शहर खंडवा बसा है.