Sunday, December 22

प्रमाण पत्र के बदले रिश्वत मांगने वाले मेडा के बाबू और मेट निलंबित

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मेरठ 23 सितंबर (प्र)। मेरठ में अवैध निर्माण कराने के बदले उगाही करने वाले मेडा के लेखा लिपिक और मेट को निलंबित कर दिया गया। जबकि जेई के खिलाफ संस्तुति शासन को भेजी गई हैं। अब मामले की जांच सचिव करेंगे और मेडा की और से कार्रवाई के लिए एसएसपी रोहित सिंह साजवाण को भी पत्र लिखा गया है। तीन अलग-अलग प्रकरणों में कार्रवाई की गई है। संबंधित जेई बुलंदशहर विकास प्राधिकरण के हैं, जो मेडा से संबंधित हैं।

मेडा (मेरठ डेवलपमेंट अथॉरिटी) के उपाध्यक्ष अभिषेक पांडे के अनुसार गंगानगर में अवैध निर्माण के बदले रिश्वत मांगने पर मेट महिपाल को निलंबित कर दिया गया है। उन पर आरोप है कि अवैध निर्माण करने वालों से उगाही कर निर्माण करने दे रहे थे। जबकि उन्हें अवैध निर्माण की सूचना प्रवर्तन विभाग को देनी चाहिए थी। वहीं मेडा के ड्राइवर रमेश को कुछ दिनों पहले लकवा हो गया था। जिस वजह से उन्होंने वीआरएस ले लिया। उनकी पेंशन संबंधित फाइल लेखा विभाग में स्वीकृत करने के बदले लेखा लिपिक अनवर अहमद ने 20 हजार की रिश्वत मांगी। शिकायत के बाद अनवर सिद्दीकी को निलंबित कर आई कार्ड भी छीन लिया गया।

बुलंदशहर विकास प्राधिकरण के अवर अभियंता शिव कुमार मेरठ विकास प्राधिकरण से संबद्ध हैं। वे 2 दिन मेरठ विकास प्राधिकरण में भी अपनी सेवा देते हैं। उन्होंने आवंटी को कब्जा प्रमाण पत्र देने के बदले रिश्वत मांगी थी। इन आरोपों में उनके खिलाफ निलंबन की संस्तुति करते हुए शासन को पत्र लिखा गया है। इसके अलावा मेडा से संबंद्धीकरण भी समाप्त कर दिया गया है।

अभिषेक पांडे ने बताया कि लेखा लिपिक और जेई जांच प्रभावित न कर सकें, इसके लिए दोनों को लोहिया नगर एसटीपी पर सफाई की निगरानी के लिए लगाया गया है। दोनों कर्मचारियों के खिलाफ मामले की जांच सचिव को सौंपी गई है।

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