मेरठ 06 अगस्त (प्र)। मुख्यमंत्री द्वारा संचालित जनसुनवाई समन्वय शिकायत निवारण प्रणाली (आईजीआरएस) पोर्टल पर शिकायतों के निस्तारण में मेरठ रेंज ने लगातार पांचवीं बार प्रथम स्थान हासिल किया है। माह जुलाई 2025 की मासिक मूल्यांकन रिपोर्ट के अनुसार, मेरठ रेंज ने उत्तर प्रदेश के सभी परिक्षेत्रों को पीछे छोड़ते हुए यह उपलब्धि प्राप्त की।
डीआईजी कलानिधि नैथानी ने बताया कि जुलाई 2025 में आईजीआरएस, जनसुनवाई और सीएम हेल्पलाइन पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों का समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण किया गया, जिसके परिणामस्वरूप मेरठ रेंज ने यह गौरवपूर्ण स्थान हासिल किया।
डीआईजी ने मेरठ परिक्षेत्र के सभी जनपद प्रभारियों को निर्देश दिए हैं कि आईजीआरएस पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों का निस्तारण उच्च गुणवत्ता और समयबद्ध तरीके से किया जाए। जनसुनवाई के दौरान शिकायतकर्ताओं की समस्याओं को गंभीरता से सुना जाए और शासन की मंशा के अनुरूप उनकी समस्याओं का विधिक निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। इसके लिए निम्नलिखित दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं:
जांच की गुणवत्ता: शिकायतों की जांच के लिए संबंधित अधिकारी स्वयं घटनास्थल पर जाएं और गुणवत्ता के आधार पर जांच करें। फोन या थाने पर बैठकर जांच रिपोर्ट प्रेषित न करें।
फीडबैक की पुष्टि: थाना प्रभारी शिकायत की जांच आख्या अपलोड करने से पहले स्वयं शिकायतकर्ता से फीडबैक लें और फिर आख्या अपलोड करें।
रजिस्टर का रखरखाव: थानों पर आईजीआरएस शिकायतों और फीडबैक से संबंधित रजिस्टरों को नियमित रूप से अद्यतन रखा जाए।
नियमित समीक्षा: नोडल अधिकारी प्रत्येक 15 दिन में पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों की समीक्षा करें।
भौगोलिक स्थिति का उल्लेख: शिकायत की जांच आख्या में घटनास्थल की भौगोलिक स्थिति (अक्षांश और देशांतर) का उल्लेख अनिवार्य रूप से किया जाए।
डीआईजी ने सभी जनपदों को निर्देश दिए कि जन शिकायतों का त्वरित निस्तारण सुनिश्चित करें ताकि जनता को समय पर न्याय मिल सके। उन्होंने कहा कि समयबद्ध निस्तारण से न केवल जनता को त्वरित लाभ मिलता है, बल्कि पुलिस के खिलाफ आने वाली शिकायतों में भी कमी आती है।