लखनऊ 06 अगस्त। समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार शिक्षा के खिलाफ है, लेकिन सपा की पीडीए पाठशाला चलती रहेगी.
मंगलवार को यहां गोमती नगर स्थित जनेश्वर मिश्रा पार्क में समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री दिवंगत जनेश्वर मिश्र की 93वीं जयंती पर पत्रकारों को संबोधित करते हुए सपा प्रमुख ने कहा, ‘जो शिक्षा के खिलाफ हैं वे सबसे बड़े माफिया हैं. भाजपा सरकार पढ़ाई को लेकर प्राथमिकी दर्ज करा रही है, जबकि अंग्रेजों ने भी कभी पढ़ाई को लेकर प्राथमिकी नहीं लिखवाई थी.’
उन्होंने दावा किया, ‘भाजपा सरकार सोचती है कि पुलिस के बल पर पीडीए पाठशाला बंद कर देगी तो यह उसकी गलतफहमी है. हम समाजवादियों ने संकल्प लिया है कि जब तक सरकार बंद किए स्कूलों में अध्यापक और प्रिंसिपल नियुक्त नहीं करेगी, तब तक समाजवादियों की पीडीए पाठशाला और पीडीए ट्यूशन चलता रहेगा.’
अखिलेश यादव ने तीखी प्रतिक्रिया दी
सिर्फ शिक्षा ही नहीं, सपा प्रमुख ने प्रयागराज में बाढ़ जैसे हालातों पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा सरकार ने दावा किया था कि 20 हजार करोड़ रुपये से विकास कार्य हुए हैं, लेकिन थोड़ी बारिश में ही पूरा शहर डूब गया। यह किस विकास मॉडल की तस्वीर है? उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार सिर्फ कागजों पर काम कर रही है, जमीनी सच्चाई कुछ और है। सांसद इकरा हसन और डिंपल यादव पर की गई विवादित टिप्पणियों को लेकर भी अखिलेश यादव ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि महिला सांसदों के खिलाफ इस तरह की भाषा BJP की मानसिकता को उजागर करती है। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ व्यक्तिगत नहीं, बल्कि महिला अस्मिता पर हमला है।
PDA को जितना दबाएंगे उतना उभरेगा
जातीय और धार्मिक आधार पर हो रही पुलिस कार्रवाई पर अखिलेश यादव ने कहा कि अगर कोई कार्य गैरकानूनी है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन कार्रवाई किसी एक जाति या धर्म विशेष को निशाना बनाकर नहीं होनी चाहिए। यह संविधान विरोधी है। न्यायपालिका को इसका संज्ञान लेना चाहिए। हम इस मामले को कोर्ट में ले जाएंगे। अखिलेश यादव ने चेतावनी दी कि PDA को जितना दबाया जाएगा, वह उतनी ही ताकत से उभरेगा। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी सामाजिक न्याय और संविधान की रक्षा के लिए हर मोर्चे पर संघर्ष करती रहेगी।