Wednesday, November 12

नागालैंड के राज्यपाल ला गणेशन का 80 वर्ष की आयु में निधन

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चेन्नई 16 अगस्त। नागालैंड के राज्यपाल ला गणेशन का शुक्रवार को 80 वर्ष की आयु में निधन हो गया. उनका स्वास्थ्य खराब होने की वजह से चेन्नई के अपोलो अस्पताल में इलाज चल रहा था. उनके निधन पर पीएम नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है.
पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, नागालैंड के राज्यपाल थिरु ला. गणेशन के निधन से दुःख हुआ. उन्हें एक समर्पित राष्ट्रवादी के रूप में याद किया जाएगा, जिन्होंने अपना जीवन सेवा और राष्ट्र निर्माण के लिए समर्पित कर दिया. उन्होंने तमिलनाडु में भाजपा का विस्तार करने के लिए कड़ी मेहनत की. तमिल संस्कृति के प्रति भी उनका गहरा लगाव था. मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं. ॐ शांति.

बता दें कि गणेशन को 8 अगस्त की सुबह अपने घर पर फिसलकर गिरने के कारण चेन्नई के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था और उनका इलाज चल रहा था. इलाज के दौरान ही उन्होंने आज शाम 6.23 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली.
उनका जन्म 16 फरवरी 1945 को तमिलनाडु के इलाकुमिरकवन और अलामेलु में एक तमिल ब्राह्मण परिवार में हुआ था. गणेशन कम उम्र से ही आरएसएस की विचारधाराओं की ओर आकर्षित हो गए थे क्योंकि उनके पिता और भाई आरएसएस से जुड़े थे.
उनके पिता का निधन युवावस्था में ही हो गया था. इसके बाद गणेशन भाई के साथ रहने लगे और उन्हीं के साथ पढ़ाई लिखाई जारी रखी. इसके बाद गणेशन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में शामिल हो गए और बिना विवाह किए ही उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ी दी. 1970 में, गणेशन आरएसएस के पूर्णकालिक प्रचारक बन गए और लगभग 20 वर्षों तक, गणेशन ने नागरकोइल, मदुरै और अन्य स्थानों पर विभिन्न पदों पर संघ की सेवा की. वह 1991 में भाजपा में शामिल हुए और राज्य इकाई के संगठन सचिव बने. इस पद के माध्यम से, उन्होंने तमिलनाडु भाजपा के कामकाज को आकार देने में अहम भूमिका निभाई. 10 वर्षों के बाद, गणेशन को भाजपा का राष्ट्रीय सचिव नियुक्त किया गया. इसके अलावा, उन्होंने दो वर्षों तक राष्ट्रीय उपाध्यक्षों में से एक के रूप में भी कार्य किया.

2006 से 2009 के बीच, गणेशन तमिलनाडु भाजपा के अध्यक्ष रहे. करीब दो दशकों से, गणेशन पोर्ट्रामारई नामक एक साहित्यिक और सांस्कृतिक संगठन के प्रमुख रहे हैं, जो साहित्यिक विषयों पर प्रसिद्ध हस्तियों के भाषणों का आयोजन करता है.इतना ही नहीं 2016 में, गणेशन मध्य प्रदेश से राज्यसभा के लिए चुने गए. उन्हें 27 अगस्त, 2021 को मणिपुर का राज्यपाल नियुक्त किया गया और वे 19 फ़रवरी, 2023 तक इस पद पर रहे. जुलाई 2022 से नवंबर 2022 के बीच उन्हें पश्चिम बंगाल के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार भी दिया गया. फ़रवरी 2023 से, गणेशन नागालैंड के 21वें राज्यपाल के रूप में कार्यरत थे.

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