मेरठ 04 जुलाई (प्र)। मेरठ से लखनऊ जाना जल्द ही जनपद वासियों के लिए दूर की कौड़ी होने जा रहा है। मुरादाबाद रेल मंडल के शाहजहांपुर-लखनऊ एवं रोजा- सीतापुर सिटी रेलखंड के रोजा स्टेशन पर यार्ड रिमाडलिंग करेगा। इस कारण 60 ट्रेनें निरस्त की गई हैं। जिनमें मेरठ से लखनऊ जाने वाली मुख्य ट्रेन नौचंदी एक्सप्रेस को 14 दिन और दिन में चलने वाली राज्यरानी एक्सप्रेस को छह दिन के लिए निरस्त किया गया है। एक अगस्त से पांच अगस्त तक लखनऊ जाने के लिए लोगों के लिए किसी ट्रेन का विकल्प नहीं होगा। दोनो ट्रेनें रद रहेंगी। पशासनिक, व्यापारिक व्यक्तिगत कारणों से खासी संख्या में लोगों का लखनऊ इन ट्रेनों से आना जाना होता है। ऐसे में स्थानीय जरूरतों को ध्यान रखे बिना इतनी लंबी अवधि के लिए नौचंदी व राज्यरानी ट्रेन को निरस्त करना रेलवे का सही निर्णय नहीं है।
प्रदेश की राजधानी को मेरठ से जोड़ने वाली नौचंदी व राज्यरानी एक्सप्रेस एक तरह से मेरठ के लोगों के लिए लाइफ लाइन है। हाईकोर्ट जाने के लिए भी लोग संगम एक्सप्रेस के बाद यही एक ट्रेन है। इन ट्रेन में आगामी आठ दिनों तक आरक्षण उपलब्ध नहीं है। लोग इन ट्रेनों से यात्रा करने को ही प्राथमिकता देते हैं। ऐसे में इन ट्रेनों को इतनी लंबी अवधि के लिए निरस्त करने का निर्णय लोगों के गले नहीं उतर रहा है। सिर्फ लखनऊ ही नहीं हरदोई, रामपुर, मुरादाबाद, बरेली जैसे जगहों पर जाने के लिए नौचंदी और राज्यरानी एक्सप्रेस ही एक मात्र रेल साधन है। ऐसे में जब नौचंदी एक्सप्रेस को 14 दिन और राज्यरानी एक्सप्रेस छह दिन के लिए इस रूट पर नहीं चलेगी तब लोगों की मुश्किलें और बढ़ जाएगी।
इन तिथियों को रहेंगी ट्रेनें निरस्त
22453 लखनऊ मेरठ राज्यरानी 31 जुलाई से पांच अगस्त
22454 मेरठ लखनऊ राज्यरानी एक से छह अगस्त
14241 प्रयागराज-सहारनपुर नौचंदी एक्सप्रेस 22 जुलाई से चार अगस्त
14242 सहारनपुर-प्रयागराज नौचंदी एक्सप्रेस 23 जुलाई से पांच अगस्त
उच्च अधिकारियों से करेंगे बात
राज्यसभा सदस्य डा. लक्ष्मीकान्त बाजपेयी का कहना है कि राज्यरानी व नौचंदी एक्सप्रेस मेरठ से लखनऊ को जोड़ने वाली सुविधाजनक ट्रेन है। इतनी लंबी अवधि के लिए ट्रेन को निरस्त करना विवेकपूर्ण नहीं है। रेलवे के उच्च अधिकारियों से वार्ता की जाएगी।