बरेली 13 दिसंबर। तलाक और हलाला के डर से फाइक एन्क्लेव कॉलोनी की रहने वाली टीचर नेहा असमत ने सनातन धर्म अपनाकर अपना नाम नेहा सिंह रख लिया। उनके परिजनों ने संजयनगर के मोहित के खिलाफ अपहरण का केस दर्ज करा दिया। नेहा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डीएम और एसएसपी को पत्र भेजकर परिवार से जान का खतरा बताते हुए सुरक्षा की गुहार लगाई है।
नेहा ने बताया कि उनके पिता असगर अली बीज विकास निगम में लेखाकार थे, जो अब इस दुनिया में नहीं है। बरेली कॉलेज से ग्रेजुएशन करने के बाद वे अभी बीएड की पढ़ाई कर रहीं हैं। नेहा ने बताया कि उनकी बहन, बहनोई और एक व्यक्ति मां के साथ मिलकर उनकी शादी ऐसे अधेड़ से करने का दबाव बना रहे थे, जो अपनी पत्नी को तलाक देने के बाद उसका हलाला करा चुका था। परिवार का ऐसा खराब फैसला उनको मंजूर नहीं था, तो इसका विरोध किया। इसे लेकर परिवार उनको परेशान करने लगा और तरह-तरह का दबाव बनाने लगा।
अपने भविष्य के बारे में सोचकर उन्होंने स्वेच्छा से घर छोड़ दिया और इस्लाम को त्याग दिया। नेहा ने बताया कि उनके परिजनों ने संजयनगर के मोहित सिंह के खिलाफ बारादरी थाने में अपहरण की झूठी रिपोर्ट दर्ज करा दी। नेहा ने बताया कि उन्होंने अपनी मर्जी से घर छोड़ा है और बगैर किसी दबाव के सनातन धर्म अपनाया है। परिवार से उन्हें जान का खतरा है। वे लोग कभी भी उसकी हत्या करा सकते हैं।
पेशे से टीचर नेहा असमत भगवान शिव को आराध्य मानती हैं और महाकाल के दरबार में हाजिरी लगा चुकी हैं। नेहा ने बताया कि शुरू से ही उनको सनातन धर्म से प्रेम था। बरेली कॉलेज से ग्रेजुएशन करने के बाद वे अभी बीएड की पढ़ाई कर रहीं हैं। अध्यापन कार्य भी शुरू कर चुकी हैं। वह पढ़ी-लिखी और नौकरीपेशा हैं और अपना भला बुरा अच्छे से जानती हैं।